सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मैरिज गार्डन को तोड़ने आए एमसीएफ

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city24news@ब्यूरो
फरीदाबाद। सूरजकुंड रोड पर बने अवैध फार्म हाउस और शादी बैंकट हॉल को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के चलते पुलिस फोर्स के साथ तोड़ने पहुंचा एमसीएफ का दस्ता आखिरकार वापस बेरिंग लौट गया। जब यह दस्ता तोड़फोड़ करने पहुंचा तो कांग्रेसी नेता विजय प्रताप ने वहां मोर्चा संभाल लिया l सूत्रों के अनुसार इसके बाद भाजपा विधायक राजेश नागर और विधायिका सीमा त्रिखा से संपर्क किया गया और उन्हें बताया गया कि ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में पहुंचे मुख्यमंत्री ने साफ कहा था की शादियों के इस सीजन में सरकार तोड़फोड़ की कार्रवाई नहीं करेगी क्योंकि लोगों ने शादियों की बुकिंग करवा रखी है। साथ ही सीएम ने कहा था कि  इन सभी को समय दिया जाएगा कि वह तमाम फॉर्मेलिटी पूरी करवा कर अपने कागजात जमा करवा सके। इसके बाद विधायक राजेश नागर और विधायिका सीमा त्रिखा ने मुख्यमंत्री से और चीफ सेक्रेटरी से बात की इसके बाद ऊपर से आदेश जारी हुए और तोड़फोड़ का दस्ता बेरिंग लौट गया ।

मौके पर मौजूद कांग्रेस के नेता विजय प्रताप ने बताया कि पिछले कई वर्षों से फॉरेस्ट की एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1996 में 2022 तक काफी क्षेत्र फॉरेस्ट में  दिया गया था । जो इस जमीन के मालिक थे उन्होंने 2022 के बाद जमीन को फॉरेस्ट से बाहर निकालने के लिए सरकार को कहा था लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे फॉरेस्ट से बाहर निकलने को लेकर मना कर दिया और सरकार को कहा था कि वह पहले अपनी नीति स्पष्ट करें । उन्होंने कहा कि यहां की जमीन आबादी में है और लोगों का गुर्जर बसर भी इस पर निर्भर है । उन्होंने कहा कि इस एरिया में तमाम शादी के गार्डन है और सैकड़ो लोगों का रोजगार इससे जुड़ा हुआ है इसलिए हमारी मांग है कि फिलहाल यहां कोई कार्रवाई न की जाए । उन्होंने कहा कि यहां का  मलिकाना हक रखने वाले लोग इस जमीन के बदले और जमीन खरीद कर उसे वन विभाग को देने को भी तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सरकार अपनी नीति स्पष्ट करके सुप्रीम कोर्ट में रखें और यहां रोजगार कर रहे लोगों को राहत मिले यही हम चाहते हैं।

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