महावीर इंटरनेशनल सोशल फाउंडेशन ने मनाया लुई ब्रेल का 216 वा जन्म दिवस
City24news/ब्यूरो
फरीदाबाद। लुई ब्रेल वो शख्शियत है जिसने करीब 175 वर्ष पूर्व 6 डॉट की ऐसी लिपि इजहार की जो ब्रेल स्क्रिप्ट के नाम से मशहूर हुई, जो दृष्टिहीन लोगों के पढ़ाई लिखाई में बहुत कारगर सिद्ध हुई और इसे पूरे विश्व में मान्यता मिली
ऐसी महान शख्शियत की 216वीं जन्म जयंती 4 जनवरी 2025 को गांधी कॉलोनी स्थित राधा कृष्ण मंदिर में मनाई गई। इस अवसर पर वृन्दावन से सांवरा नामक गायक ने भजन से जन समूह का मन मोह लिया, इसके साथ कुछ दृष्टिहीन गायकों ने भी जम कर भजन गायन किया जिसमें आजाद गायक प्रमुख थे।
महावीर इंटरनेशनल के प्रमुख वीर अजीत पटवा ने लुई ब्रेल का परिचय दिया कि वर्ष 4 वर्ष की उम्र में ही किसी इंजुरी से एक आंख की रोशनी चली गई और किसी तरह के ईलाज से आंख ठीक नहीं हो पाई और धीरे धीरे दूसरी आंख की रोशनी भी चली गई । लुई ब्रेल फ्रांस के गांव में रहने वाले थे, वहां के एक पादरी ने उन्हें पढ़ाई करने में सहायता की और लुई ब्रेल इंटेलीजेंट थे और सब तरह की कठिनाई के बावजूद इन्होंने मन लगा कर पढ़ाई की और फ्रांस की रॉयल कॉलेज में प्रोफेसर बन गए । यह है रोशनी नहीं होते हुए सिर्फ सुन कर सफलता की मंजिल प्राप्त की । चूंकि उन्होंने पढऩे में जो कठिनाई महसूस की, वह आगे आने वाले समय में दृष्टिहीन लोगों को दिक्कत नहीं आए इस उद्वेश्य से 6 डॉट की लिपी तैयार की, जिसे 1950 में यूनेस्को से मान्यता मिली और फिर विश्व ने 2005 में इस लिपी को मान्यता दी। इस महान विभूति की तस्वीर को माल्यार्पण कर सम्मान देकर नमन किया गया। लुई ब्रेल दृष्टिहीन लोगों के लिए देवता माने जाते हैं।
श्री पटवा ने बताया कि इस मंदिर के पास ही ब्लाइंड सेवाश्रम बनाया गया है, जिसे महावीर इंटरनेशनल की इकाई बनाया गया है और वहां रहने वालों की सब सुविधा उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने फरीदाबाद की जनता से आह्वान किया कि इस तरह की ब्लाइंड सेवा के लिए महावीर इंटरनेशनल का साथ दें ।