पलवल से कांंग्रेस प्रत्याशी रहे करण सिंह दलाल ने जिला प्रशासन और पुलिस अधीक्षक पर पलवल विधानसभा चुनाव में धांधली कराने का आरोप लगाया
City24news/ज्योति खंडेलवाल
पलवल | कांंग्रेस प्रत्याशी रहे पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने जिला प्रशासन और पुलिस अधीक्षक पर पलवल विधानसभा चुनाव में धांधली कराने का आरोप लगाया है। अपने निवास पर प्रेस वार्ता कर दलाल ने कहा कि पुलिस अधीक्षक चंद्र मोहन व जिला प्रशासन ने भाजपा के इशारे पर मतगणना वाले दिन सुबह तड़के तीन बजे ईवीएम मशीनों वाले कक्ष के कैमरे बंद कर गड़बड़ी कराई। उनका कहना है कि कैमरे बंद होने की शिकायत तुरंत निर्वाचन अधिकारी तथा चुनाव पर्यवेक्षक से भी की गई, लेकिन फिर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया। इतना ही नहीं कैमरे बंद होने के दौरान की ईवीएम कक्ष का रिकार्ड मांगने पर भी जिला प्रशासन की तरफ से उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। हरियाणा के पूर्व मंत्री व पलवल से कांग्रेस उम्मीदवार करन दलाल ने बताया कि विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने सभी शिकायतों तथा निर्वाचन अधिकारी से फोन पर मैसेज के माध्यम से तथा लिखित में की गई शिकायतों को सलग्न कर चुनाव आयुक्त भारतीय चुनाव आयोग को शिकायत भेजकर जांच कराने तथा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कराने की मांग की है। दलाल का कहना है कि मतगणना से ठीक पहले सुबह तड़के 2 बजकर 58 मिनट पर अचानक ईवीएम वाले कमरे के कैमरे बंद कर दिए गए। इस बात की जानकारी होते ही उन्होंने तथा उनके प्रतिनिधि द्वारा निर्वाचन अधिकारी तथा एसडीएम से शिकायत की गई तो उनका जवाब था कि तकनीकी कमी के कारण कैमरे बंद हुए हैं, लेकिन रिकार्डिंग चालू है। चुनाव आयोग से की गई शिकायत में कहा गया है कि 2 बजकर 58 मिनट से सुबह 3 बजकर 36 मिनट तक कैमरे बंद रहने तथा उस दौरान की ईवीएम मशीनों वाले कमरे का रिकार्ड मांगा जा रहा है, लेकिन जिला प्रशासन उपलब्ध नहीं करा रहा है। इससे गड़बडी की आशंका है।
पूर्व मंत्री दलाल ने बताया कि इसके अलावा मतदान से एक दिन पहले चार अक्तूबर की रात को भाजपा उम्मीदवार के साथियों ने हथियार के बल पर मतदाताओं को डराने का प्रयास किया। मौके पर उन्होंने स्वयं ने पहुंचकर उन बदमाशों को हथियार व गाड़ी सहित पुलिस के हवाले किया, लेकिन पुलिस अधीक्षक चंद्र मोहन ने कैंप थाना प्रभारी मनोज कुमार की मार्फत छुड्वा दिया। इसी तरह हथीन गेट पुलिस चौकी प्रभारी को भाजपा उम्मीदवार के रुपये बंटवाने की शिकायत की गई, लेकिन पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करने के बजाय खुद फोन कर मतदाताओं को धमका कर तथा दबाव बनाकर भाजपा के पक्ष में वोट डलवाने का दबाव बनाया। उन्होंने बताया कि सारे हालातों की जानकारी लेते हुए अब चुनाव आयोग से शिकायत की गई है। उसके बाद भी कार्रवाई न होने पर अदालत का भी सहारा लिया जाएगा।