कनीना के 50 बैड के अस्पताल को जल्द मिलेगा एफआरयू का दर्जा

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– अति आधुनिक उपकरण उपलब्ध हो चके हैं, ब्लड बैंक की स्थापना होनी शेष
-विशेषज्ञों के आते ही जनता को मिलने लगेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं
-स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव के प्रयास हो रहे सफल

City24news/सुनील दीक्षित
कनीना |  प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव के अथक प्रयासों से उप नागरिक अस्पताल कनीना को अतिशीघ्र ही एफआरयू का दर्जा मिलेगा। इसके लिए अस्पताल की तीसरी मंजिल पर बनाए गए प्री ओटी तथा ओटी रूम में जरूरी उपकरण सैट कर दिए गए हैं। वेंटिलेटर, विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित ब्लड बैंक बनाए जाने का कार्य लंबित है। जिसके शीघ्र ही पूरा होने की उम्मीद है। अतिआधुनिक उपकरण एंव उनके आॅपरेटर की नियुक्ति को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। 50 बैड के इस अस्पताल को अब एफआरयू, फस्ट रैफरल यूनिट का दर्जा कभी भी मिल सकता है। बता दें कि उपमंडल स्तरीय इस अस्पताल में जरूरी उपकरण तथा विशेषज्ञ न होने के कारण आपातकाल के दौरान मरीजों को रैफर करना पडता है। एफआरयू का दर्जा मिलने पर स्वास्थ्य सुविधाएं बढेगीं जिसके चलते चिकित्सको को इंमरजेंसी के समय मरीजों को रैफर नहीं करना पडेगा। इस अस्पताल में एफआरयू को लेकर क्षेत्र की सामाजिक संस्थाओं द्वारा स्वास्थ्य मंत्री व मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को ज्ञापन देकर इस अस्पताल को एफआरयू का दर्जा दिए जाने की मांग की गई थी। इस मौके पर चिकित्सक जितेंद्र कुमार मोरवाल, डाॅ अंकित शर्मा, सतेंद्र यादव उपस्थित थे।

मरीजों की शघ्र जांच के लिए मशीनें उपलब्ध
अस्पताल में उपलब्ध कराई गई मशीनों का संचालन होने के बाद मरीजों की विभिन्न प्रकार की जांच होने के बाद शीघ्र ही रिर्पोट उपलब्ध हो सकेगी। रिपोर्ट मिलने के बाद चिकित्सकों को उपचार करने में भी आसानी होगी। 50 बैड के उप नागरिक अस्पताल कनीना में इलेक्टो सर्जिकल यूनिट,नारनौल व महेंद्रगढ में सपीरोमीटर सिस्टम, रेडियंट वार्मर, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी सिस्टम मशीन, 35 डिलीवरी टेबल, 3 पार्ट सीबीसी मशीन, फुली आॅटोमैटिक बायोकेम मशीन से स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार होगा। वर्ष 2025 से अस्पतालों में आमूलचुल परिवर्तन दिखाई देगा।

 ब्लड बैंक तथा विशेषज्ञों का इंतजार: डाॅ रेनु वर्मा
इस बारे में एसडीएच कनीना की प्रभारी डाॅ रेनु वर्मा ने बताया कि एफआरयू में स्त्रीरोग विेशेषज्ञ गायनेकोलोजिस्ट, आॅर्थोलोजिस्ट व शिशुरोग विशेषज्ञों के अलावा ब्लड बैंक सहित जरूरी उपकरणों की अहम आवश्यक्ता होती है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में लगभग उपकरण उपलब्ध हो चुके हैं। यहां पर चिकित्सकों के 11 पद है जिनमें से 4 पद रिक्त हैं। एफआरयू का दर्जा मिलने के समय यहां पर यूएसजी मशीन के साथ-साथ आपरेटर की जरूरत होगी। ब्लड बैंक व चिकित्सा विशेषज्ञों के आते ही इस दिशा में कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

50 बैड के अस्पताल को किया जाएगा विस्तारित: स्वास्थ्य मंत्री
इस बारे में प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह ने बताया कि कनीना में 50 बैड का अस्पताल भाजपा सरकार में ही बनकर तैयार हुआ है। उनका प्रयास है कि इस भवन को 100 बैड का विस्तारित कर चिकित्सकों, आयुनिक उपकरणो सहित तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। अति शीघ्र ही अस्पताल को एफआरयू का दर्जा दिया जायेगा। इसके लिए अधिकारियों द्वारा सभी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। एफआरयू होने के बाद यहां से किसी भी मरीज को रैफर करने की जरूरत नहीं पडेगी। हलके के लाखों लोगों को बेहतर स्वास्थ सुविधाएं मिलने लगेगीं।  

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