राजनैतिक पार्टिया द्वारा गौ हत्या करने वाली कम्पनियों से चंदा लेना दुर्भाग्यपूर्ण : जगद्गुरु
City24news@ज्योति खंडेलवाल
पलवल | जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज द्वारा गौ हत्या बंद करने व गऊ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए निकाली जा रही पदयात्रा पलवल पहुंची। पलवल की जाट धर्मशाला में यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। गौ भक्तों से रूबरू होने के बाद प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए जगद्गुरु शंकराचार्य ने सत्ताधारी भाजपा के अलावा अन्य राजनैतिकों दलों पर भी जमकर कटाक्ष किये। उन्होंने कहा की यह दुर्भाग्य पूर्ण है की राजनैतिक पार्टिया गौ की हत्या करने वालों से चंदा ले रही हैं। उन्हें यह सुनकर बड़ा आश्चर्य होता है कि कुछ लोग एक तरफ अपने आपको गौ भक्त बताते हैं दूसरी तरफ गाय की हत्या करने वालों से चंदा लेते हैं। उन्होंने कहा की भारत की सरकार को भारत की भावनाओं के अनुरूप काम करना चाहिए। गजब की बात है की पिछले 75 साल से सरकारें बनती आ रही है लेकिन अभी कोई ऐसी सरकार नहीं आई जिसने भारत की भावनाओं, गायों का ध्यान किया हो। भारत की भावना है की गाय हमारे यहाँ पूजनीय है उसकी हत्या नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा की यह यात्रा वृंदावन से शुरू हुई है और दिल्ली के संसद भवन के उस कोने तक जाएगी जहाँ 1966 ईस्वी में लाखों गौभक्तों पर गोलियां चलाई गयी थी। उन्होंने कहा की सरकारें बदलती हैं लेकिन गौहत्या बंद नहीं हुई और यहाँ तक ऐसी भी सरकारें आई है जिनके नेता कहते थे कि किसी को गौ हत्या का दर्द होता हो या नहीं लेकिन उन्हें होता है और उनके राज में भी गौ हत्या हो रही है। उन्होंने कहा की अवश्य ही इस यात्रा का असर पड़ेगा और जबतक हमारा संकल्प पूरा नहीं होगा हमारा प्रयाश जारी रहेगा। जगदगुरू शंकराचार्य ने कहा कि हमारे शास्त्र हमें बताते हैं कि गौमाता सर्वदेवमयी है। इनकी पूजा करने से 33 करोड देवी-देवताओं की पूजा एक साथ हो जाती है। इनका स्थान सर्वोपरि है। तभी तो सनातन धर्म में देवता और गुरु के लिए नहीं, अपितु गौमाता के लिए पहली रोटी (गौ-ग्रास) निकालने का नियम है। हमारे देश का यह भी गौरवपूर्ण इतिहास रहा है कि चक्रवर्ती सम्राट् दिलीप और भगवान् राम कृष्ण आदि ने भी गौसेवा की है। उन्होंने कहा की आगामी चुनाव में कौन सी पार्टी सत्ता में आएगी यह अभी से नहीं कहा जा सकता। इसलिए आप सब यह स्पष्ट निर्णय कर लें कि जिस भी पार्टी की सरकार बने उसे शपथ ग्रहण करते ही सबसे पहला कार्य गोहत्या बन्द कराकर गौ को राष्ट्र माता घोषित करने का कार्य करना होगा। आपके द्वार पर जो भी वोट लेने आए उनसे आप यह कह सकते हैं कि गो हत्या न करने का शपथ-पत्र लिखित रूप से देने पर ही वोट दिया जाएगा
वहीं कोंग्रेसी नेता करन दलाल ने यात्रा का स्वागत करते हुए कहा की यह जगतगुरु शंकराचार्य की सराहनीय पहल है जो बहुत समय पहले पूर्ण हो जनि थी और गौ को राष्ट्र माता का दर्जा मिल जाना चाहिए। हम सब इसमें शंकराचार्य जी की मांग का समर्थन करते हैं और इस लड़ाई में हम सब कंधे से कंधा मिलकर शंकराचार्य जी के साथ संघर्ष करेंगे।