कनीना में स्वछता जैसे मुद्दे बन रहे अहम
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नालों की सफाई व गंदे पानी की निवासी न होने से पनप रही टाइफाइड जैसी बिमारी
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना । कनीना नगरालिका क्षेत्र में साफ-सफाई तथा गंदे पानी की निकासी के लिए आमजन तरस रहा है। जिसे लेकर चुनाव मैदान में उतरे उम्मीद्वारों से उम्मीद लगा रहे हैं। नपा के आम चुनाव में यही मुख्य मुद्दा बना हुआ है। कनीना की भौगौलिक स्थित के मुताबिक निचले क्षेत्र में बने जोहड ओवरफ्लो होने तथा निकासी का गंदा पानी सडकों पर आने से नागरिकों का गुजरना दुश्वार हो जाता है। गंदा पानी जमा होने से अनेकों नागरिक टाइफाईड जैसे रोग से ग्रस्त हो रहे हैं। उनकी ओर से नगरपालिका प्रशासन को शिकायत भी दी गई थी लेकिन स्थाई समाधान नहीं हो सका है। प्रदेश सरकार तथा जिला प्रशासन की ओर से आवारा गोवंश को गोशाला में भेजे जाने की अनेकों बार घोषणा करने के बावजूद आवारा गोवंश सडकों पर घूम रहा है जिनसे सडक हादसों को बढावा मिल रहा है। बाबा लेखराम बाग के समीप बने जोहड व नाली ओवरफ्लो होने से बैठने के लिए डाली गई सीटों के सामने से गंदा पानी बह रहा है। इसी प्रकार कालर वाली जोहड के समीप सभी रास्तों पर पानी जमा होता है। बरसात के समय स्थिति ओर अधिक दयनीय हो जाती है। नागरिकों डाॅ रविंद्र कौशिक, रेखा देवी, जितेंद्र शर्मा, विक्रम सिंह, मकेश कुमार ने आगामी 2 मार्च को होने वाले चुनाव में इन समस्याओं का समाधान करने वाले प्रत्याशियों को मतदान करने को कहा है। कनीना के राजकीय प्राथमिक पाठशाला के समीप सडक पर कूडा डाले जा रहे कूडे से दुर्गंध उठती है। यहां पर लगे डस्टबिन खाली पडे रहते हैं जबकि गोबर-कूडा सडक पर बिखरा होता है जहां आवारा गोवंश मुंह मारते रहते हैं।चुनाव के बाद नव निर्वाचित नपा चेयरमैन से समस्या के समाधान की उम्मीद है। गंदे पानी से नाले लबालब भरे हुए हैं। जहां मक्खी-मच्छर भिनभिनाने लगे हैं।