इंटर्न डॉक्टरों ने वापिस किया 1 दिन का मेहनताना
City24news@अनिल मोहनियां
नूंह | सोमवार को शहीद हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज के इंटर्न डॉक्टरों ने हड़ताल की शुरूआत की और काली पट्टी पहन कर अपना रोष दर्ज करवाया। साथ ही इंटर्न डॉक्टरों ने 1 दिन का मेहनताना सरकार को वापस करते हुए सरकार को अस्पतालों की दशा सुधारने का आग्रह किया। इंटर्न डॉक्टरों के अनुसार अस्पतालों की दशा बेहद ही खराब है और वहां मूलभूत सुविधाओं के लिए भी जनता को इधर उधर भटकना पड़ता है। इंटर्न डॉक्टरों ने बताया कि अस्पताल में दवाईयां, पट्टियों जैसी मूलभूत सुविधाओं की भी कमी है। इस परेशानी को सुधारने के लिए इंटर्न डॉक्टरों ने सरकार को 1 दिन का मेहनताना वापस देकर उस पैसे को जनता की भलाई में इस्तेमाल करने को कहा।
इंटर्न डॉक्टरों कि मुख्य मांगों में सेंट्रल यूनिवर्सिटी की तर्ज पर 30070/- प्रति माह की मांग की है। इंटर्न डॉक्टरों का तर्क है कि जब पिछले 6 साल में प्रत्येक वस्तु के दाम बढ़ गए है तो फिर मेहनताना बढ़ाने में सरकार को क्या परेशानी है।
महंगाई का हवाला देते हुए इंटर्न डॉक्टरों ने मेहनताने में इज़ाफा करने की मांग रखी है।
जब डॉक्टरों से हड़ताल के अगले पड़ाव को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यदि सरकार ने सुनवाई नहीं की तो वे हड़ताल को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाने को बाध्य होंगे।
अन्य मांगों को लेकर डॉक्टरों ने बताया कि रेजिडेंट डॉक्टरों के ड्यूटी के घंटे निर्धारित किए जाए।
जिस प्रकार हरियाणा प्रदेश में MBBS की फीस में 10% बढ़ोतरी हर वर्ष की जाती है वैसे ही स्टाइपेंड में भी हर साल 10% की बढ़ोतरी होनी चाहिए।