अश्लील व फूहड़ गायकी की बजाय लोक गायक संस्कृति को बचाने में योगदान दें-प्रो शर्मा

-लोक गायक कर्मपाल शर्मा व मंजू शर्मा को किया सम्मानित
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | प्रसिद्ध लोक गायक कलाकार कर्मपाल शर्मा व उनकी धर्मपत्नी लोक गायिका मंजू शर्मा को हरियाणा के पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो रामबिलास शर्मा ने स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया है। उन्होंने कहा कि लोक गायक अश्लीलता न परोसकर इतिहास को देखते हुए हरियाणवी संस्कृति को सहेजने में योगदान दें।
उत्तर प्रदेश के बागपत जिला निवासी कर्मपाल शर्मा करीब 40 साल से गायकी के क्षेत्र में धूम मचाए हुए हैं। अस्सी व नब्बे के दशक में उनके द्वारा विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक ऐतिहासिक किस्से गाये गए। जिन्हें जनता ने भी बड़े ही ध्यान व उत्साहपूर्वक सुना गया। भले ही उस समय टेपरिकार्डर व रेडियो का प्रचलन था। कर्मपाल शर्मा ने विभिन्न मंचों पर रागनी कंपीटीशन में भी हिस्सा लिया। दिलचस्प बात रही कि उन्होंने अश्लीलता व फूहड़ परोसने वाली गायकी से दूरी बनाए रखी और सामाजिक व सार्थक गायकी को अपनाया। हरियाणा के सूर्य कवि पंडित लख्मीचंद के पद्निच्हों पर चलते हुए उन्होंने श्रृंगार रस, वीर रस, भक्ति रस तथा प्रेम रस की सारगर्भित रचनाओं को प्रस्तुत किया।
इतना ही नहीं उनकी धर्मपत्नी मंजू शर्मा ने भी हरियाणवी गायकी में धूम मचाई। कर्मपाल व मंजू शर्मा की आवाज में विभिन्न किस्से कैसेटों की बजाय यू-ट्यूब व फेसबुक सहित विभिन्न प्लेटफार्म पर जनता बडे चाव से सुन रही है। खास बात है कि कर्मपाल शर्मा व मंजू शर्मा मंच पर चढ़ते हैं तो श्रोता उनके मुख से निकले वाले एक-एक शब्द को बडे ध्यानपूर्वक सुनती है। महेंद्रगढ़ जिले के विभिन्न गावों में उनकी ओर से प्रोग्राम आयोजित किए जा चुके हैं। वे आजकल के गायकों को अश्लीलता व फूहडता से बचने व हरियाणवी संस्कृति को बचाने रखने में योगदान देने की अपील कर रहे हैं। प्रोफेसर रामबिलास शर्मा ने कहा कि हरियाणवी रागनियों की अलग ही पहचान है जो व्यक्ति इन्हें जितनी गहराई से सुनता है उतना ही ज्ञानार्जन होता है। प्राचीन काल में राजा-महाराजाओं के पास दरबारी कवि होते थे जो गायन के माध्यम से उन्हें राजकाज व समाज का ज्ञान करवाते थे। इस मौके पर देवेंद्र यादव, सुनील कुमार नम्बरदार,सत्यवीर जांगडा, वेदप्रकाश सहित ग्रामीण उपस्थित थे।
कनीना-हरियाणवी लोक गायक कर्मपाल शर्मा व मंजू शर्मा को सम्मानित करते पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो रामबिलास शर्मा।