भारतीय उच्च शिक्षा में मूल्य एवं गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित हो: डॉ पूर्ण प्रभा
सिटी 24 न्यूज/ अशोक कौशिक
नारनौल। राजकीय महाविद्यालय नारनौल में मंगलवार को एआईएसएचई प्रकोष्ठ, हायर एजुकेशन हरियाणा के सौजन्य से प्राचार्य डॉ पूर्ण प्रभा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय आल इंडिया सर्वे फोर हायर एजुकेशन डाटा कैप्चर पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला के संजोजक डॉ सतीश सैनी ने बताया की जिला महेंद्रगढ़ के सभी 118 महाविद्याओं में उच्च शिक्षा गुणवत्ता प्रकोष्ठ चल रहे हैं। इस कार्यशाला में 50 महाविद्यालयों के प्रभारियों ने भाग लिया जिसमे 2022-23 का डाटा एकत्रित करने ने लिए दिशा निर्देश दिए गए एवं उनके सवाल जवाबों का सामाधान किया गया।
इस मौके पर प्राचार्य डॉ पूर्ण प्रभा ने बताया कि भारतीय उच्च शिक्षा में मूल्य एवं गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित होगा, तभी विकसित भारत के सपने साकार हो सकतें हैं।वर्तमान में उच्च शिक्षा में गुणवत्तापरक बनाने हेतु और देश में उच्च शिक्षा की स्थिति को प्रस्तुत करने के लिये शिक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2010-11 से एक वार्षिक वेब-आधारित AISHE आयोजित करने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत शिक्षक, छात्र नामांकन, विभिन्न कार्यक्रम, परीक्षा परिणाम, शिक्षा संबंधी वित्त, बुनियादी ढाँचे जैसे कई मापदंडों पर डेटा एकत्रित किया जा रहा है।शैक्षिक विकास के विभिन्न संकेतक जैसे- संस्थान घनत्त्व, सकल नामांकन अनुपात, छात्र-शिक्षक अनुपात, लैंगिक समानता सूचकांक, प्रति छात्र व्यय की गणना भी AISHE (अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण) के माध्यम से एकत्र किये गए आँकड़ों के आधार पर की जाएगी।यह शिक्षा क्षेत्र के विकास के लिये सूचित नीतिगत निर्णय लेने और अनुसंधान करने में काफी उपयोगी होगा। इस कार्यशाला में (अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण) पर मंथन किया गया।एआईएचईएस उच्च शिक्षा से संबंधित क्षेत्रों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करता है। एआईएचईएस विभिन्न पाठ्यक्रमों और विषयों में नामांकित छात्रों की संख्या, उनके लिंग और सामाजिक पृष्ठभूमि और विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों से छात्रों की संख्या पर डेटा एकत्र करता है। सर्वेक्षण संकाय सदस्यों की संख्या और योग्यता, उनके अनुसंधान आउटपुट और उनके प्रशिक्षण और विकास आवश्यकताओं पर भी डेटा एकत्र करता है।एआईएचईएस कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालयों और खेल सुविधाओं सहित उच्च शिक्षा संस्थानों में उपलब्ध बुनियादी ढांचे और सुविधाओं पर डेटा भी एकत्र करता है। सर्वेक्षण संस्थानों के बजट, अनुदान और दान सहित उनके वित्तीय संसाधनों पर जानकारी एकत्र करता है। यह उच्च शिक्षा में अनुसंधान और विकास के लिए सरकार और अन्य एजेंसियों द्वारा प्रदान की गई फंडिंग और सहायता पर डेटा भी एकत्र करता है।इस अवसर पर उप प्राचार्य डॉ जे एस मोर, नोडल अधिकारी डॉ चंद्र मोहन, डॉ मुकेश, कुलसचिव डॉ सत्यपाल सुलोदिया, डॉ विजयदीप गौर, डॉ पलक, डॉ प्रवीण गोरिया, डॉ मनोज राठी उपस्थित रहे। अंत में सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट से नवाजा गया।