मौजूदा वर्ष में 10 हजार से अधिक विद्यार्थियों को मिला दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली का लाभ

City24news/ब्यूरो
गुरुग्राम। दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली के अंतर्गत गुरुग्राम मंडल में आईटीआई प्रशिक्षुओं के लिए बेहतर कार्यशाला अवसरों का निर्माण करने के उद्देश्य से शुक्रवार को गुरुग्राम में मंडल स्तरीय किक ऑफ वर्कशॉप का आयोजन किया गया। मंडलायुक्त रमेश चंद्र बिधान की अध्यक्षता में यह वर्कशॉप पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में आयोजित की गई थी। कार्यशाला में एसडीआईटी हरियाणा से अतिरिक निदेशक(तकनीकी) राज कुमार व गुरुग्राम मंडल की विभिन्न आईटीआई के प्राचार्य व औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए मंडलायुक्त रमेश चंद्र बिधान ने कहा कि सभी इंडस्ट्रीज जर्मन पैटर्न की स्टडी कर डीएसटी की दिशा में आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि अगर कोई औद्योगिक संस्थान ऐसा करता है तो कोर्स पूरा होने के पहले दिन से ही उस संस्थान को ‘जॉब रेडी’ कर्मचारी मिलना तय है। मंडलायुक्त ने कहा कि आईटीआई संस्थानों में पढ़ाई के दौरान थ्योरी के साथ साथ प्रैक्टिकल नॉलेज का होना जरूरी है, लेकिन इसके लिए संस्थानों में स्थापित प्रैक्टिकल लैबों में सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी औधोगिक इकाइयों की माँग के अनुरूप दक्ष हो , इसके लिए औधोगिक इकाइयों को उनके साथ रेगुलर कमर्चारी की तरह व्यवहार करने के बजाय एक प्रशिक्षु की तरह उनको सिखाने की प्रक्रिया पर बल देना चाहिए। मंडलायुक्त ने कहा कि औद्योगिक संस्थान डीएसटी विद्यार्थियों को अपनी इकाई की सभी लाइन्स पर प्रशिक्षण देना सुनिश्चित करें ताकि प्रशिक्षण के उपरांत उसे उसकी कार्यक्षमता के अनुरूप उसी संस्थान में प्लेसमेंट दी जा सके।