लोहारू हल्के में सोमबीर सिंह, राजबीर फरटिया और नरेंद्र गागड़वास मे टिकट को लेकर तनातनी
City24news/सोनिका सूरा
सिवानी | लोहारू हल्के में कांग्रेस की टिकट को लेकर घमासान तेज होता दिखाई दे रहा है यहां से पूर्व विधायक सोमवीर सिंह राजबीर फरटिया, और नरेंद्र राज गागड़वास प्रमुख दावेदार हैं और तीनों ने ही टिकट को लेकर अपनी पूरी ताकत लगा रखी है।लोहारू हल्के के समीकरण पर गौर करें तो यहां श्योराण गोत्र के 52 गांव आते हैं जो की एक बहुत बड़ा तबका है। यहां से अब भाजपा के जयप्रकाश दलाल विधायक हैं जो पहली बार विधायक बने हैं कांग्रेस की बात करें तो सोमवीर सिंह यहां से विधायक रह चुके हैं और श्योराण
गौत्र से आते हैं लेकिन उनका कमजोर पक्ष है कि वह तीन बार हार चुके हैं दूसरे दावेदार राजबीर फरटिया हैं जो पूर्व में जिला प्रमुख रह चुके हैं और पिछले तीन-चार साल से समाज सेवा भी कर रहे हैं। उनकी दावेदारी भी मजबूत है लेकिन इनका कमजोर पक्ष यह है कि यह धतरवाल गोत्र से आते हैं और पिछले लोकसभा चुनाव में सोमबीर सिंह के साथ इनके समर्थको द्वारा की गई धक्का -मुक्की से श्योराण गोत्र में रोष है।वैसे भी अबकी बार जैसे जाट वोटर हरियाणा में भूपेंद्र हुड्डा को मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं वैसे ही लोहारू में श्योराण भी चाहते हैं कि भाजपा से तो दलाल की टिकट है इसलिए कांग्रेस लोहारू से श्योराण को टिकट देती है तो उनका विधायक बन जाएगा।तीसरे दावेदार नरेंद्र राज गागड़वास हैं जो पहले जिला पार्षद रह चुके हैं और नरेंद्र राज ने राजबीर फरटिया को चुनाव में हराया था नरेंद्र राज श्योराण गोत्र से आते हैं और भिवानी के सांसद धर्मबीर सिंह इनके फूफा हैं उनकी दावेदारी भी मजबूत है। नरेंद्र राज के पिता राज सिंह गागडवास पिछले 35 -40 साल से लोहारू में सक्रिय हैं और किसान आंदोलनों में जेल भी काट चुके हैं। तो लोहारु हल्के में राज सिंह के प्रति लोगों में सहानुभूति भी है। इनका कमजोर पक्ष यह है कि यह 2 साल पहले ही कांग्रेस में आए हैं सो पते की बात यह है कि तीनों ही दावेदारों के मजबूत पक्ष भी हैं और कमजोर पक्ष भी हैं। लेकिन कांग्रेस के लिए मुसीबत यह है कि वह किसे उम्मीदवार बना कर भेजे जो जीत सके क्योंकि अब कांग्रेस को सोचना होगा कि किसी श्योराण को मैदान में उतारती है या गैर श्योराण को लेकिन दिक्कत यह है कि भाजपा से तो दलाल की टिकट फाइनल है और अगर कांग्रेस भी गैर श्योराण को लाती है तो इनेलो या जेजीपी से कोई श्योराण कैंडिडेट आ जाता है तो कांग्रेस के सारे समीकरण गड़बड़ा जाएंगे और जेपी दलाल को इसका फायदा मिल जाएगा अब यह भविष्य के गर्भ में है कि कांग्रेस किसको अपना उम्मीदवार बना कर भेजती है।