सैंकड़ों आशा वर्करों ने मांगो को लेकर सीएमओ को दिया ज्ञापन
City24news@रोबिन माथुर
हथीन। आशा वर्कर को स्वास्थ्य विभाग के तृतीय श्रेणी का कर्मचारी घोषित कराने तब तक न्यूनतम वेतन 26 हजार लागू कराने तथा 73 दिन चली हड़ताल के बाद प्रदेश के मुखिया एवं स्वास्थ्य मंत्री द्वारा स्वीकृत मांगों को लागू कराने की मांग को लेकर आज जिले की सैंकड़ों आशा वर्करों ने जिला चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए सीएमओ नरेश गर्ग को मांगों का ज्ञापन दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने यूनियन प्रतिनिधियों को आशा वर्कर की सभी समस्याओं के जल्द समाधान का आश्वासन दिया।जिला सचिव जगबती डागर द्वारा संचालित प्रदर्शन की अध्यक्षता ज़िला प्रधान सरोज ने की। प्रदर्शन में सर्वसम्मति से फैसला किया गया कि जिले की सभी आशा वर्कर केन्द्र व राज्य के स्तर पर लंबित मांगों को लेकर 16 फरवरी को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल में बढ़ चढ़ कर भाग लेंगी। प्रदर्शन में सीआईटीयू के नेता रमेशचन्द विशेष रूप से उपस्थित रहे।
प्रदर्शन में उपस्थित आशा वर्करों को संबोधित करते हुए यूनियन की जिला प्रधान सरोज सचिव जगबती डागर व सीटू नेता रमेशचन्द ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग मुख्यमंत्री द्वारा स्वीकृत आशा वर्करों की मांगों को भी लागू नहीं कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग की वायदाखिलाफ़ी के कारण प्रदेश की आशा वर्करों को पिछले 7 महीने से बकाया मानदेय का भुगतान नहीं हो पाया है जिसके कारण आशाओं के परिवार भारी आर्थिक संकट झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि खुद सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक़ आशा वर्करों की मेहनत के बाद ही देश व प्रदेश में बच्चों के नियमित टीकाकरण संस्थागत प्रसूति में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है तथा मातृ मृत्यु दर में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। इस सबके बावजूद आशाओं को इंसान तक नहीं समझा जाता है। स्वास्थ्य विभाग बहुत सारे कार्य आशाओं से मुफ़्त में कराता है। यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार जनता के आर्थिक सवालों के समाधान की बजाय धर्म व जाति के आधार पर समाज को बांटने का षड्यंत्र रच रही है। आज प्रदेश की आशा वर्कर सहित सभी स्कीम वर्कर तथा अलग अलग विभागों में कार्यरत प्रदेश के अस्थाई कर्मचारी न्यूनतम वेतन हासिल करने के लिए संघर्ष करने को मजबूर हैं। ऊपर से अभूतपूर्व महंगाई तथा बेतहाशा बढ़ रही बेरोज़गारी ने आम आम जनता के जीवन को और भी दुर्लभ बना दिया है। इन सभी मुद्दों को लेकर प्रदेश की 20 हजार से ज्यादा आशा वर्कर 16 फरवरी की राष्ट्रव्यापी हड़ताल में भाग लेंगी।
प्रदर्शन में यूनियन की नेता बबली सैनी,राजन हथीन, राजबाला, पूजा अल्लिका, सविता, शीला, ममता, दुर्गा, बबली हथीन, मंजू, विमला, कुसुम व पपीता ने भी अपने विचार व्यक्त किए।