सेवा पखवाड़े में नूंह पुलिस का मानवीय संदेश – रक्तदान से बढे़ मानवता का मान।

-“रक्तदान से जीवन संवारती नूंह पुलिस – सेवा पखवाड़ा में दी मानवता की सीख”
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | पुलिस अधीक्षक नूंह राजेश कुमार के कुशल मार्गदर्शन में नूंह पुलिस ने सेवा पखवाड़ा अभियान के तहत मंगलवार को पुलिस लाइन नूंह में रक्तदान शिविर का आयोजन किया । इस शिविर में कुल 15 यूनिट रक्त एकत्रित कर पुलिसकर्मियों ने समाज को मानवता का संदेश दिया ।
कार्यक्रम में डीएसपी मुख्यालय नूंह हरिन्द्र कुमार ने रक्तदाताओं को बैज एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करते हुए कहा कि “रक्तदान ऐसा महादान है जिससे न केवल जीवन बचता है, बल्कि समाज में भाईचारे और सेवा की भावना भी बढ़ती है।” और रक्तदान करते हुए किसी भी अनजान की जिंदगी बचाने का मौका मिलता है ।
इस अवसर पर डीएसपी मुख्यालय नूंह सहित नूंह डिवीजन के अन्य पुलिसकर्मियों ने भी रक्तदान कर मिशन में अपना योगदान दिया और जवानों ने स्वेच्छा से रक्त देकर सेवा और समर्पण की मिसाल पेश की। उप-पुलिस अधीक्षक मुख्यालय नूंह ने आगे बताया कि 29 सितंबर को सीएचसी तावडू, एक अक्टूबर को ट्रैफिक थाना मांडीखेड़ा एवं दो अक्टूबर को पुलिस लाइन नूंह में भी रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा । जिसमें आम लोग भी रक्तदान कर पुण्य के भागीदार बन सकते हैं ।
जिला प्रशिक्षण अधिकारी महेश सिंह मलिक रैडक्रॉस सोसाइटी नूंह ने जानकारी देते हुए बताया कि हर व्यक्ति जिसकी उम्र 18 वर्ष हो, उसका वजन 45 किलो से अधिक एवं उसका हीमोग्लोबिन 12.5 ग्राम हो तथा वह नियमित तौर पर दवाई न खाता हो वह पुरुष 90 दिनों के अंतराल तथा महिला 120 दिनों के बाद पुनः रक्तदान कर सकते हैं ।
जिला प्रशिक्षण अधिकारी महेश सिंह मलिक ने आगे बताया कि इस शिविर को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य आपात स्थिति में किसी भी जरूरतमंद को रक्त के अभाव में भटकना न पड़े रक्तदान अपने जन्मदिन, बुजुर्गों की पुण्यतिथि, शादी की सालगिरह तथा महापुरुषों की जयंती, शहीदी दिवस इत्यादि पर भी किया जा सकता है ।
नूंह पुलिस का संदेश :- रक्तदान केवल दान नहीं, जीवनदान भी है।
सेवा पखवाड़े के इस अनोखे अभियान ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि नूंह पुलिस केवल कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता और मानवीय मूल्यों की अलख जगाने के लिए भी सदैव तत्पर है।
शिविर के सफल आयोजन में रैड क्रॉस सोसाइटी नूंह के जिला प्रशिक्षण अधिकारी महेश मलिक, लिपिक नरेश कुमार, उप-निरीक्षक मनीराम, सहायक उप-निरीक्षक विजय कुमार आदि का अहम योगदान रहा ।