माननीय न्यायमूर्ति बी.आर. गवई को एनएएलएसए के कार्यकारी अध्यक्ष और माननीय न्यायमूर्ति सूर्यकांत को एससीएलएससी के अध्यक्ष के रूप में किए नामित
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | देश के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बी.आर. गवई राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (एनएएलएसए) के कार्यकारी अध्यक्ष और माननीय न्यायमूर्ति सूर्यकांत सर्वोच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति (एससीएलएससी) के अध्यक्ष के रूप में नामित किए गए हैं। यह मनोनयन देश के माननीय मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना द्वारा किया गया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (एनएएलएसए) की तरफ से बताया गया है कि
यह नामांकन भारत की माननीया महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 की धारा 3 की उपधारा (2) के खंड (बी) द्वारा प्रदत्त शक्तियों के तहत किया गया है, और यह 11 नवंबर 2024 से प्रभावी है। इस आशय की अधिसूचना भारत सरकार के विधि और न्याय मंत्रालय द्वारा 08 नवंबर, 2024 को आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित की गई थी।
सर्वोच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष का पद पहले माननीय न्यायमूर्ति बी.आर. गवई के पास था, जिन्हें हाल ही में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नामित किये जाने के बाद न्यायमूर्ति सूर्यकांत एससीएलएससी के अध्यक्ष के रूप में नामित किए गए हैं।
सर्वोच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति सभी के लिए न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, विशेष रूप से समाज के हाशिए पर पड़े और वंचित वर्गों के लिए, जिन्हें देश के सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंचने में वित्तीय या सामाजिक बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।