कनीना खंड के 7 गावों हुई औलावृष्टि से सरसों की फसल में हुआ भारी नुकसान

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कृषि तथा भू-राजस्व विभाग के अधिकारियों ने खेतों में जाकर किया आंकलन
फसल खराब होने पर किसानों ने मांगा मुआवजा

City24news/सुनील दीक्षित
कनीना
। कनीना क्षेत्र में बीती रात्री हुई औलावृष्टि से सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। जिसे लेकर किसानों ने मुआवजे की मांग की है। बारिश के चलते ग्रामीण क्षेत्र में बिजली सप्लाई गुल हो गई। जिसे लेकर किसानों के माथे प्र चिंता की लकीरें दिखाई देने लगी हैं किसानों ने इस बारे में जनप्रतिनिधियों तथा जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवा दिया है। जिसके दरम्यान कृषि एवं भू-राजस्व विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पंहुचकर औलावृष्टि प्रभावित फसल का जायजा लिया है। कनीना विकास खंड में करीब 32 हजार हैक्टेयर कृषि योग्य भूमि में से 19500 हैक्टेयर भूमि पर सरसों तथा 9700 हैक्टेयर भूमि पर गेहूं की बिजाई की गई है। जिनमें शुक्रवार रात्री के समय बारिश के साथ हुई औलावृष्टि से 7 गावों पोता, सेहलंग, अगिहार, बागोत,स्याणा, तलवाना,खेडी में सरसों की फसल में नुकसान की अधिक संभावना जताई गई है।
जिसके आंकलन के लिए कृषि विभाग के एसडीओ डाॅ अजय यादव, डाॅ योगेश चंद्र, मनोज पटवारी, प्रदीप कुमार पटवारी, महेंद्र सिंह खटाना पटवारी ने खेतों में जाकर औलावृष्टि से खराब हुई सरसों की फसल का आंकलन कर सर्वे रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया है। कृषि विभाग के उपमंडल अधिकारी डाॅ अजय यादव ने बताया कि पोता गांव मे 900 एकड,स्याणा में 600 एकड भूमि में खडी सरसों की फसल में 50 से 75 फीसदी नुकान का आंकलन किया गया है। इसी प्रकार बागोत में करीब 125 एकड में 25 फीसदी, सेहलंग व तलवाना में करीब 250 एकड में खडी सरसों में 25 से 50 फीसदी, अगिहार में करीब 200 एकड में 25 से 50 फीसदी, खेडी के 150 एकड में 25 फीदसी तक नुकसान की संभावना है।
ईधर करीब 3 माह बाद पौष मास, शुक्रवार को हुई 45 एमएम जबरदस्त बारिश के चलते जगह-जगह पानी जमा हो गया। इस बारिश के चलते किसानों को रबि फसल में सिंचाई से छुटकारा मिल गया है वही तापमान में गिरावट आने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। सडक मार्गों तथा रास्तों मे पानी जमा होने से वाहन चालकों तथा राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड रहा है। खेतो में खडी गेहूं,जौ-चना के अलावा सब्जी वाली फसल मटर, गोबी, गाजर आदि में बारिश का पानी लगने से उसमें रौनक छा गई है। कृषि विभाग के एसडीओ के मुताबिक आगामी तीन दिन तक बारिश की संभावना बनी हुई है। किसान फसल सिंचाई न करे। इस मौके पर देवेंद्र सिंह नम्बरदार अगिहार, दलबीर सिंह सरपंच अगिहार, सुरेंद्र सिंह नम्बरदार खेडी, छत्रपाल सिंह तलवाना, बीर सिंह, हनुमान सिंह, मुकेश यादव, संतलाल,राजेश, सुभाष, लोकेष,कुलदीप, सतीश, अनूपसिंह, कुलदीप जांगडा, शमशेर सिंह,मागेंराम शर्मा, नरवीर सिंह,नरेश, वीरपाल स्याणा, वीरेंद्र ने खेतों में जाकर सरसों की फसल दुर्दशा को देखा।

अटेली की विधायक एवं प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि बारिश व औलावृष्टि से खराब हुई सरसों फसल की सर्वे करवाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा। सरकार किसानों के साथ खडी है उन्हें चिंतित होने की जरूरत नहीं है।

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