स्वास्थ्य कर्मियों ने केमला के ग्रामीणों को मलेरिया से बचाव कि लिए जागरूक

-पूरी बाजू के कपड़े पहने और फर्श पर लगाएं फिनाइल का पोछा
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | बुधवार को पीएचसी धनौंदा के अंतर्गत गांव कैमला स्वास्थ्य कर्मियों ने शिविर आयोजित कर ग्रामीणों को मलेरिया से बचाव की जानकारी दी। एचआई पवन कुमार ने कहा कि मलेरिया व डेंगू एक जानलेवा बीमारी है जो मच्छर के काटने से फैलती है। ये मच्छर रुके हुए एवं साफ पानी में पनपते हैं। उन्होंने कहा कि तेज बुखार होना, तेज सिरदर्द होना, कंपन व उल्टी होना, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द होना, आंखों में जलन होने पर नजदीकी अस्पताल में जाएं ओर रक्त की जांच करवाएं। ये मलेरिया के लक्षण हो सकते हैं। सरकारी अस्पतालों में मलेरिया व डेंगू की जांच निशुल्क की जाती है। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में मलेरिया व डेगूं पनपने का अधिक अंदेशा रहता है। पवन कुमार ने कहा कि बीमारी से बचाव के लिए आमजन घर के नजदीक गंदा पानी जमा न होने दें, घर के अंदर फर्श पर फिनाइल का पोछा लगाएं। सप्ताह में एक दिन ड्राई-डे के रूप में मनाएं। घर के बर्तनों, कूलर,टंकी,फ्रिज, गमले को सुखाकर प्रयोग में लाएं। पूरी बाजू के कपडे पहने, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि मलेरिया पर अंकुश लगाने के लिए सामूहिक रूप से प्रयास जरूरी हैं। सावधानी बरती जाएगी तो बीमारियों पर नियंत्रण संभव है। इस मौके पर सरपंच डिम्पल, राजेश कुमार, सरला देवी, रेखा देवी, आशा उपस्थित उपस्थित थे।
कनीना-मलेरिया व डेगूं उन्मूलन को लेकर ग्रामीणों को जानकारी देते स्वास्थ्य कर्मी।