वल्र्ड ओरल हैल्थ-डे पर स्वास्थ्य विभाग ने शुरू किया जागरूकता कार्यक्रम

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City24news@सचिन भारद्वाज

होडल | वल्र्ड ओरल हेल्थ डे पर सिविल सर्जन डा. नरेश गर्ग तथा उप सिविल सर्जन डा. रामेश्वरी के नेतृत्व में जिदंगी की खुशियां फाउंडेशन पलवल में वल्र्ड ओरल हेल्थ डे का जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। सिविल सर्जन डा. नरेश गर्ग ने हरी झंडी दिखा कर वल्र्ड ओरल हेल्थ डे कार्यक्रम का शुभारंभ किया। 

उप सिविल सर्जन डा. रामेश्वरी ने कहा कि वल्र्ड ओरल हेल्थ डे प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को मनाया जाता है। यह दिन लोगों के समग्र स्वास्थ्य और कल्याण के लिए अच्छे मौखिक स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित है। विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस का मुख्य लक्ष्य लोगों को अपने दांतों और मसूड़ों की देखभाल के लिए ज्ञान, उपकरण और आत्मविश्वास के साथ सशक्त बनाना है। इस कार्यक्रम के तहत करीब 250 लोगों को दॉतों व मसूडों के संबंध में जागरूक किया गया। ए हैपी माउथ इज ए हैप्पी बॉडी इस वर्ष-2024 के विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस की थीम रही। मौखिक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण के बीच जटिल संबंध पर प्रकाश डालते हुए उप सिविल सर्जन डा. रामेश्वरी ने बताया कि खराब मौखिक स्वास्थ्य को विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से जोड़ा गया है, जिनमें हृदय रोग, मधुमेह, श्वसन संक्रमण और गर्भावस्था के प्रतिकूल परिणाम शामिल हैं। मुंह से बैक्टीरिया रक्त प्रवाह में प्रवेश कर सकते हैं और शरीर के अन्य हिस्सों को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में मौखिक स्वच्छता के महत्व पर जोर दिया जाता है। अपने दांतों को दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें और दांतों के बीच तथा मसूड़ों से भोजन के कणों और प्लाक को हटाने के लिए रोजाना फ्लॉस करें। मीठे और अम्लीय खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों को सीमित करें, जो दांतों की सडऩ में योगदान कर सकते हैं। इसके साथ-साथ विटामिन और खनिजों से भरपूर पौष्टिक खाद्य पदार्थों को अपने भोजन में जरूर शामिल करें, जो मौखिक स्वास्थ्य का समर्थन करते हैं। मौखिक स्वास्थ्य समस्याओं का शीघ्र पता लगाने और उनका इलाज करने के लिए नियमित जांच और पेशेवर सफाई के लिए अपने निकटतम स्वास्थ्य संस्था पर दंत चिकित्सक से संपर्क करें। धूम्रपान छोड़ें और तंबाकू उत्पादों से बचें, क्योंकि वे मसूड़ों की बीमारी, दांतों के झडऩे और मौखिक कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं। दांतों की चोटों से बचने के लिए खेल गतिविधियों के दौरान माउथगार्ड पहनें और बोतलों या पैकेजों को खोलने के लिए दांतों को उपकरण के रूप में उपयोग करने से बचें। 

उन्होंने बताया कि यह अभियान आगामी 15 दिनों तक चलेगा, जिसके अंतर्गत सभी डेंटल सर्जन अपनी संस्था के तहत आने वाले सभी गांव, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, ब्रिकलिन, स्लम क्षेत्र, कॉलेजों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, लेबर चौक और अन्य प्रमुख स्थानों पर लोगों को जागरूक करेगें। 

इस अवसर पर वरिष्ठ दंतक सर्जन डा. नरेंद्र कुमार, दंतक सर्जन डा. मनीष,  डा. आस्था, डा. अंजू, डा. नटवर मौजूद रहे।

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