हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा नूंह जिले के पहले बाल सलाह परामर्श एवं कल्याण केन्द्र का शुभारंभ
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्यस्तरीय परियोजना के अंतर्गत पुनहाना खण्ड के गांव लुहिंगा स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जिले के प्रथम एवं राज्य के 192वें बाल सलाह परामर्श व कल्याण केन्द्र का विधिवत उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी, रोहतक एवं राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक रहे जिन्होंने दीप प्रज्वलित कर केन्द्र का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम के दौरान “बाल सुरक्षा एवं संरक्षण में व्यावहारिक शिक्षा व प्रेरणादायी वातावरण का महत्व” विषय पर एक सेमिनार भी आयोजित किया गया। प्रतिभागियों में विद्यालय के किशोर विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों तथा शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
मुख्य अतिथि अनिल मलिक ने अपने विचार रखते हुए कहा कि बाल सुरक्षा और संरक्षण का मनोवैज्ञानिक पक्ष यह सुनिश्चित करता है कि बच्चों को हिंसा, शोषण, उपेक्षा, उपहास और तिरस्कार से सुरक्षित रखा जाए। उन्होंने कहा कि यह हर नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सकारात्मक और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध करवाए। राज्य परिषद का उद्देश्य बच्चों एवं किशोरों को दुर्व्यवहार की पहचान, उससे बचाव तथा सही-गलत की समझ विकसित करने के प्रति जागरूक करना है, ताकि उनमें भावनात्मक, मानसिक अथवा शारीरिक नकारात्मकता पनपने न पाए।
उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वोत्तम हित सर्वोपरि हैं और उनकी पूर्ण क्षमता का विकास करते हुए उन्हें हर प्रकार के भेदभाव और नुकसान से बचाना समाज का कर्तव्य है। सकारात्मक कार्यशैली, व्यावहारिक ज्ञान और उत्साहवर्धक वातावरण बच्चों को भविष्य के जोखिमों से सुरक्षित रखने में सहायक साबित होते हैं।
कार्यक्रम की संयुक्त अध्यक्षता जिला बाल कल्याण अधिकारी अनिल दहिया एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. विकास यादव ने की। उन्होंने कहा कि मनोवैज्ञानिक परामर्श सेवाएँ बच्चों की आवश्यकताओं, उनकी रुचियों, क्षमताओं, कमजोरियों और ताकतों की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जागरूकता और सावधानी से ही बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
कार्यक्रम का संचालन जिला बाल कल्याण परिषद के लेखाकार उदय चंद द्वारा किया गया। कार्यक्रम में स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों की विशेष उपस्थिति रही।
