पुलिस सुरक्षा के बीच गुढ़ा पैक्स का चुनाव हुआ संपन्न 

0

– 10 निदेशक के मुकाबले 17 प्रत्याशी डटे थे चुनाव मैदान में
– रिजर्व कैटेगरी की दो महिलाएं निर्विरोध हुई निर्वाचित ]
– साफ-सुथरे खाता धारक मतदाताओं को डिफाल्टर घोषित किए जाने पर बढ़ा गतिरोध 

City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | प्राथमिक एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव सोसाइटी, पैक्स गुढ़ा का चुनाव बृहस्पतिवार को करवाया गया। जिसमें 14 गावों के 27 व्यक्तियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। 10 प्रत्याशियों ने अपने आवेदन वापिस ले लिए थे। शेष बचे 17 उम्मीद्वारों में से रिजर्व कैटेगरी से दो महिलाओं को र्निविरोध निर्वाचित किया गया। जिनमें एक महिला सुमन रसूलपुर तो दूसरी महिला सुषमा चेलावास गांव से सम्बंध रखती है। पैक्स प्रबंधक राज सिंह ने बताया कि चुनाव के दृष्टिगत 14 गावों गुढा, केमला, चेलावास, उन्हाणी, नांगल, मोहनपुर, रसूलपुर, पाथेडा,अगिहार, बूचावास, झगडोली, आनावास,सीगडा व सीगडी के करीब 5500 वोटों के मुकाबले 4 सेल प्वाईंट पर पोलिंग बूथ बनाए गए थे। जिनमें  गुढा, झगडोली, पाथेडा व रसूलपुर शामिल थे, इन मतदान केंद्रो पर सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ जो सांय 4 बजे तक चला। सुरक्षित व शांतिपूर्वक मतदान के लिए मतदान केंद्रो पर पुलिस पुलिस कर्मचारी मौजूद रहे।

गुढा पैक्स में कार्यरत प्रबंधक राजसिंह ने बताया कि चुनाव मैदान में डटे 17 प्रत्याशियों में से कुल 10 निदेशक चुने जाने हैं, जिसके दृष्टिगत चुनाव मैदान में 3 नोन एग्रीकल्चर प्रत्याशी हैं जिनमें से एक निर्वाचित होना है। इसी प्रकार एग्रीकल्चर कैटेगरी के 14 प्रत्याशियों में से 7 का चुनाव किया जाना है।

 *साफ-सुथरे खाताधारक मतदाताओं को डिफॉल्टर घोषित करने पर बढ़ा गतिरोध*

प्राथमिक एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव सोसायटी के चुनाव में मतदान केंद्र पर पंहुचे अनेकों साफ सुथरे खाताधारक मतदाताओं के सामने उस समय विकट स्थिति उत्पन्न हो गई जब मतदाता सूचि के सामने उनको डिफाल्टर घोषित किया गया। चुनाव अधिकारी की ओर से डिफाल्टर होने की राशि अदा कर नो ड्यूज लाने का फरमान दिया गया। ऐसे में अधिकांश मतदाता ऐसे थे जिनकी ओर से कोई लोन तथा कृषि ऋण नही लिया गया था। बल्कि बैंक कर्मचारियों द्वारा मनमर्जी से डिफाल्टर घोषित किया गया था। अनेक मतदाताओं के पास रकम जमा करवाएं हुए की रसीद भी थी | पैक्स कर्मचारियों ने ऐसे मतदाताओं की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का नायाब प्रयास किया। जिसे लेकर पैक्स बैंक  कर्मचारियों से काफी जद्दोजहद भी हुई | काफी कहासुनी के बाद पैक्स कर्मचारियों ने रिकार्ड देखकर उनको नो-ड्यूज प्रमाण पत्र जारी किए गए। उसके बाद मतदाताओं ने मतदान किया। ऐसे हैरान व परेशान उपभोक्ताओं व मतदाताओं ने पैक्स प्रबंधक व अन्य कर्मचारी की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान खड़े किए | उन्होंने मतदाता सूची को लेकर उच्च अधिकारियों व सहकारिता मंत्री को शिकायत करने का निर्णय लिया | इधर जद्दोजहद के बाद एक बैंक कर्मचारी ने बताया कि वे सालभर पूर्व ही यहां बदली होकर आए हैं जबकि उनसे पहले जो कर्मचारी था उसने बैंक ग्राहकों से पैसे लेकर रसीदें जारी कर दी लेकिन रिकार्ड दुरूस्त नहीं किया गया। रसूलपुर गांव के इस कर्मचारी के विरूध अधिकारियों द्वारा पुलिस केस दर्ज कराया गया है। लेकिन उसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड रहा है।

 फोटो कैप्शन-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *