पूरी पारदर्शिता व ईमानदारी के साथ हो सरकारी कार्यों का क्रियान्वयन : प्रदीप सिंह मलिक
अपनी जिम्मेदारियां को पूरी पारदर्शिता व ईमानदारी से निभाएं अधिकारी
भ्रष्टाचार व रिश्वतखोरी के विरुद्ध जागरूकता लाने के लिए सेमिनार का आयोजन
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक की अध्यक्षता में जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की ओर से लघु सचिवालय के सभागार में भ्रष्टाचार व रिश्वत विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि सभी सरकारी कार्य व योजनाओं का क्रियान्वयन पूरी पारदर्शिता व ईमानदारी के साथ हो तथा जनता के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि सभी कार्यालयों में भ्रष्टाचार व रिश्वत के संबंध में संवेदनशीलता लाई जाए तथा सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को बताया जाए कि उनका मुख्य दायित्व है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी और पारदर्शिता से निभाएं। भ्रष्टाचार और रिश्वत का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। इस दायित्व को निभाने के लिए उन्हें बिना किसी स्वार्थ व लालच के अपनी डयूटी का निर्वहन करना होगा तथा कार्यालयों की कार्यप्रणाली पारदर्शिता के साथ सभी प्रक्रियाओं और निर्णयों को स्पष्ट व खुली रखें, ताकि जनता को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में पूरी जानकारी व लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी कार्यों को संबंधित नियमों और कानूनों के अनुसार संपादित किया जाना चाहिए। किसी भी अनियमितता या अवैध गतिविधि को तुरंत रोका जाना चाहिए। भ्रष्टाचार और रिश्वत को रोकने के लिए एक मजबूत निगरानी तंत्र होना चाहिए, जिसमें सार्वजनिक शिकायतों और शिकायतों के लिए एक उचित प्रणाली हो। सरकारी अधिकारियों को अपने कार्यों के प्रति जवाबदेह होना चाहिए। नियमित रूप से कर्मचारियों और अधिकारियों को भ्रष्टाचार और रिश्वत के दुष्परिणामों के बारे में शिक्षा और प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। इन सिद्धांतों का पालन करके, सरकारी सेवाओं में विश्वास और प्रभावशीलता को बनाए रखा जा सकता है। इस कार्यशाला में एडीए शिव कुमार ने भ्रष्टाचार व रिश्वत से संबंधित कानूनी जानकारी व प्रमुख प्रावधानों के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर खाद्ïय एवं आपूर्ति अधिकारी राजेश्वर मुदगिल, इंस्पेक्टर इरसाद, वसीम व निकेश कुमार भी उपस्थित थे।