रोहिंग्या, बांग्लादेशी प्रवासियों की आड़ में देश के मुसलमानों को प्रताड़ित करना बंद करें सरकार

–विधायक आफताब अहमद ने उठाया बंगाली मुसलमानों का मामला
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक चौधरी आफताब अहमद ने रविवार को गुड़गांव में बंगाल व असम के मुसलमानों को प्रताड़ित किए जाने के मामले को ज़ोरदार तरीके से उठाते हुए प्रदेश की नायब सिंह सैनी सरकार पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा की अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए प्रदेश सरकार अल्पसंख्य समुदाय के लोगों को अमानवीय तरीके से प्रताड़ित कर रही है ।
गुडगांव, फरीदाबाद सहित परदेश के अलग अलग स्थानों से सूचना है की अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को पुलिस अन्याय पूर्ण तरीके से परेशान कर रही है।
बता दें की गृह मंत्रालय के आदेश पर अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ पुलिस ने व्यापक अभियान शुरू किया है। इस कार्रवाई के तहत संदिग्ध प्रवासियों की पहचान की जा रही है और उन्हें हिरासत में लेकर होल्डिंग सेंटरों में भेजा जा रहा है, इस कार्यवाही की आड़ में अपनी आजीविका चला रहे गुड़गांव आए बंगाली मुसलमानों को निशाना बनाने की खबरें हैं। ख़बरों के अनुसार प्रयाप्त दस्तावेज होने के बावजूद ऐसे मुसलमानों को तंग करने के आरोप हैं। इस अभियान के बाद शहर में रहने वाले कई परिवारों में डर का माहौल है, जिसके चलते लोग गुरुग्राम छोड़कर जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस पूछताछ के नाम पर उन्हें परेशान कर रही है, जिससे मजबूरन उन्हें अपना घर-बार छोड़ना पड़ रहा है।
जानकारी अनुसार गुरुग्राम के साउथ सिटी 2 इलाके में पश्चिम बंगाल के सैकड़ों परिवार रहते हैं, यहां करीब 500 झुग्गियों में इतने ही परिवार बसे थे। लेकिन पुलिस कार्रवाई शुरू होने के बाद 300 से 400 परिवार पलायन कर रहे हैं, बाकी परिवार भी सामान समेटकर पश्चिम बंगाल लौटने की तैयारी में हैं,सड़कों पर ट्रक दिखाई दे रहे हैं, जो लोगों का सामान लेकर उनके गृह राज्य जा रहे हैं।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि गुरुग्राम में पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों से आए लोग रोजगार की तलाश में बरसों से रह रहे हैं। अधिकतर लोग मजदूरी करके अपना जीवनयापन करते हैं, कई परिवार पिछले 20 साल से यहां रह रहे हैं और शहर को अपना घर मानते हैं, लेकिन मौजूदा कार्रवाई ने उनकी जिंदगी में अनिश्चितता ला दी है।
कुछ लोगों का कहना है कि उनके पास सभी वैध दस्तावेज हैं, फिर भी उन्हें डर सता रहा है।
प्रवासी मजदूरों का कहना है कि वो उनके पास आधार कार्ड और वोटर कार्ड भी है. इसके बाद भी गुरुग्राम पुलिस उन्हें परेशान कर रही है. “कभी भी पुलिसकर्मी आते हैं और हमें उठा कर ले जाते हैं, कुछ लोगों के साथ तो पुलिस ने मारपीट भी की है।
मामले में विधायक आफताब अहमद ने डीजीपी हरियाणा पुलिस, पुलिस कमिश्नर से बात कर मामले में उचित न्यायपूर्ण कार्यवाही करने को कहा है। पुलिस अधिकारियों ने विधायक को आश्वस्त करते हुए कहा की किसी भी भारतीय नागरिक को किसी भी रूप से तंग नहीं किया जाएगा।
वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस कार्रवाई पर कड़ा ऐतराज जताया है, उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रवासी मजदूरों को गलत तरीके से हिरासत में ले रही है। ममता ने इस कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताते हुए केंद्र सरकार से जवाब मांगा है, इस मुद्दे ने अब राजनीतिक रंग भी ले लिया है, जिससे गुरुग्राम में चल रहा यह अभियान और सुर्खियों में आ गया है।