घासेड़ा की मासूम आफरीन खानम ने रखा रोजा

बच्ची के इस कारनामे पर पेश की मुबारकबाद
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | मुस्लिम धर्म में हर बालिग पुरुष व महिला पर रमजान उल मुबारक के रोजों को फर्ज माना गया है। इस वर्ष के रोजे गत दो मार्च से शुरू हो गए हैं जिसके बाद से ही मस्जिदों,मदरसों व बाजारों में रमजान की खास चहल पहल नजर आ रही है। यह बात भी सौ फीसद सही है कि माहौल का असर बच्चों पर भी पड़ना लाज़मी है इसलिए बच्चों में भी रमजान का खास जोश व ख़रौश देखने को मिल रहा है। बड़ों के साथ साथ वो भी रोजा रख रहे हैं। गत रोज गांधी ग्राम घासेड़ा में भी आफरीन खानम नाम की एक 5 वर्षीय नन्हीं बच्ची ने भी अपनी जिंदगी का पहला रोजा रख कर धर्म के प्रति अपनी आस्था का परिचय दिया। इस मौके पर बच्ची के घर में खुशी का माहौल रहा और इफ्तार का आयोजन किया गया। मासूम बच्ची के इस कारनामे के बाद हर तरफ से बच्ची व उसके माता-पिता को बधाई दी जा रही है। इस मौके पर मुफ्ती मुहम्मद लुकमान कासमी ने कहा कि अगर इंसान की नीयत व जज्बा सच्चा हो तो उसके लिए हर मुश्किल आसान हो जाती है। इसलिए हम सभी को अपने बच्चों को धर्म, रोजा व नमाज में रूचि रखने की कोशिश करनी चाहिए। बच्ची आफरीन खानम के इस कारनामे पर बच्ची व उनके वालदेन को मुबारकबाद पेश की जा रही है। मुबारकबाद देने वालों में हकीम हाजी अयूब फतेहपुर, मौलाना याहया आकेड़ा,हाफिज याहया फतेहपुर, डॉ.अब्दुल करीम भादस,हाफिज अब्बास इमाम व खतीब फरीदाबाद मस्जिद, मियांजी मूसा,इकबाल सिक्योरिटी गार्ड, मौलाना हिफजुर रहमान,मौलाना खालिद, कारी खलील,हाफिज सैफुद्दीन,डा.मुस्तकीम,हाफिज मुकीम मुहम्मद बास, भाई जीशान,मौलाना जैद मुहम्मद बास व मौलाना शोएब भादस इत्यादि के नाम शामिल हैं।