जेंडर सेंसटाइजेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम का जिला स्तर पर समापन, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने निभाई सक्रिय भूमिका
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | जिला नूंह महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रज्ञा संस्थान एवं वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) के सहयोग से पिछले छह माह से संचालित जेंडर सेंसटाइजेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम का जिला स्तरीय समापन समारोह आज सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। यह व्यापक प्रशिक्षण अभियान जिले के सभी ब्लॉकों और गांवों में चरणबद्ध रूप से चलाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और महिला कर्मियों ने सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की।
समापन कार्यक्रम का उद्घाटन जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, सीमा प्रसाद ने किया। विभाग की ओर से जिला मिशन शक्ति समन्वयक विकल, वन स्टॉप सेंटर से फरकुंदा और अशफाक, प्रज्ञा संस्थान से भूषण, गीतांजलि, गुलशन तथा वर्ल्ड फूड प्रोग्राम से अन्नु और प्रेपसा सहित सभी ब्लॉकों की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कार्यक्रम में उपस्थित रहीं।
एस्पिरेशनल डिस्टिक नूंह में आयोजित यह प्रशिक्षण अभियान महिलाओं और बालिकाओं के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने, लिंग आधारित भेदभाव को कम करने और समाज में समानता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है। छह माह तक चले इस कार्यक्रम के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को समुदाय स्तर पर लिंग भेदभाव की पहचान, रोकथाम और सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन लाने संबंधी महत्वपूर्ण कौशल प्रदान किए गए।
कार्यक्रम के दौरान सीमा प्रसाद ने कहा—
“जेंडर सेंसटाइजेशन केवल प्रशिक्षण नहीं, बल्कि समाज में समानता और सम्मान की संस्कृति स्थापित करने का एक सशक्त प्रयास है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इस परिवर्तन की प्रमुख शक्ति हैं, जो परिवारों और समुदायों में जागरूकता का प्रकाश फैलाती रहेंगी।”
यह विशेष प्रशिक्षण अभियान जिले में सतत व्यवहार परिवर्तन, महिलाओं की सहभागिता को प्रोत्साहन देने तथा लिंग समानता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान देता रहेगा।
