हरियाणा के पूर्व डीजीपी भाटोटिया पंचतत्व में हुए विलीन
City24news@निकिता माधोगड़िया
रेवाड़ी। सेना में लेफ्टिनेंट से पुलिस अधिकारी बने अहीरवाल बेल्ट के पहले आईपीएस अफसर हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अजीत सिंह भाटोटिया का रविवार को निधन हो गया, उनका अंतिम संस्कार सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ रेवाड़ी स्थित पैतृक गांव डूंगरवास में किया गया। बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। पूर्व डीजीपी काफी समय से गुरुग्राम में रहने के साथ ही अस्वस्थ चल रहे थे। हरियाणा के पूर्व डीजीपी यशपाल सिंहल, पूर्व डीजीपी एसएन वशिष्ठ, पूर्व डीजीपी अनिल राव, स्टेट विजिलेंस के आईजी कुलविंदर सिंह, रेवाड़ी रेंज के आईजी राजेंद्र सिंह, रेवाड़ी एसपी शशांक कुमार सावन, पंजाब के पूर्व मंत्री जगदीश जंग, रेवाड़ी विधायक चिरंजीराव, पूर्व मंत्री एमएल रंगा, पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव आदि अनेक गणमान्य लोग इस दौरान मौजूद रहे। श्री भाटोटिया के निधन पर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी शोक व्यक्त किया है। हम आपको बता दें 1968 बैच के आईपीएस अजीत सिंह भाटिया अहीरवाल इलाके के पहले आईपीएस अधिकारी थे। पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल और चौधरी ओम प्रकाश चौटाला की सरकार में वे पुलिस महानिदेशक रहे। इसके अलावा वे महानिदेशक जेल सहित विभिन्न जिलों में आईजी व पुलिस अधीक्षक के पदों पर रहे हैं। अजीत सिंह भाटोटिया मूल रूप से रेवाड़ी के गांव डूंगर वास के रहने वाले थे, फिलहाल वे अपने परिवार के साथ गुरुग्राम के सेक्टर 14 स्थित ओल्ड डीएलएफ में रहते थे। पूर्व डीजीपी के बेटे एवं पेशे से उद्योगपति संदीप भाटोटिया ने बताया कि उनके पिता ने मैट्रिक की परीक्षा रेवाड़ी के निखरी गांव के सरकारी स्कूल से पास की थी। अहीर कॉलेज रेवाड़ी से स्नातक की उपाधि प्राप्त करने के बाद वे सेना में 2 मार्च 1968 को द्वितीय लेफ्टिनेंट के रूप में नियुक्त हुए। 1971 में पश्चिमी सेक्टर में पाकिस्तान के खिलाफ सक्रिय भूमिका निभाई। 1971 के बाद उन्हें मेजर पद पर पदोन्नत किया गया। इस अवधि के दौरान उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा दी और आईपीएस के लिए चुने गए। जुलाई 1973 में पुलिस सेवा में शामिल हो गए हालांकि गैजेटेड ऑफीसर होने के चलते उन्हें 1968 बैच का अधिकारी माना गया। अजीत सिंह भाटोटिया ने एसपी के रूप में सिरसा, जींद, सोनीपत और गुरुग्राम जिलों में सेवाएं दी व रोहतक और गुरुग्राम रेंज में डीआईजी भी रहे। अजीत सिंह भाटोटिया को उच्च कमान पाठ्यक्रम के लिए इंग्लैंड भेजा गया था। उन्हें 1999 में हरियाणा डीजीपी के रूप में पदोन्नति किया गया था व जून 2005 में वे इस पद से रिटायर हो गए थे। हरियाणा पुलिस की टुकड़ी ने अजीत सिंह भाटिया को अंतिम सलामी दी।