अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में विस्फोटक बरामदगी और दिल्ली ब्लास्ट के बाद जांच की रफ्तार तेज, नूंह के तीन डॉक्टर सहित पाँच लोग हिरासत में

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City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | फरीदाबाद के अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मिलने के बाद, और उसके कुछ ही समय बाद दिल्ली के लाल किला क्षेत्र के पास विस्फोट होने से पूरे मामले ने गंभीर मोड़ ले लिया है। दोनों घटनाओं के संभावित कनेक्शन को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने जांच का दायरा तेजी से बढ़ाया है। इसी क्रम में नूंह जिले के तीन डॉक्टरों सहित पाँच लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

मस्जिद के इमाम और खाद विक्रेता भी जांच के दायरे में

सूत्रों के अनुसार अल-फलाह मेडिकल कॉलेज की मस्जिद में इमाम का कार्य करने वाले एक व्यक्ति और नूंह के पिनगवां क्षेत्र के एक खाद (फर्टिलाइज़र) विक्रेता को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। दोनों के मोबाइल फोन की जांच की जा रही है और इनके संभावित संपर्कों की पुष्टि में सुरक्षा एजेंसियां जुटी हुई हैं।

सुनहेड़ा निवासी डॉ. मुस्तकीम से पूछताछ

जांच एजेंसियों ने सबसे पहले नूंह जिले के सुनहेड़ा गांव के डॉ. मुस्तकीम को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

मुस्तकीम चीन से MMB कोर्स पूरा करने के बाद अल-फलाह यूनिवर्सिटी में एक वर्ष की इंटर्नशिप कर रहे थे। उनके चाचा परमाल के अनुसार, 2 नवंबर को उनकी इंटर्नशिप समाप्त हुई थी और वे घर लौट आए थे। 9 नवंबर को वे दिल्ली के एम्स में नौकरी के लिए टेस्ट देकर आए थे।

इसी दिन के अगले दिन दिल्ली में ब्लास्ट हुआ जिसके बाद एजेंसियों की नजर उन पर पड़ी।

रात में पहुंचीं जांच एजेंसियां

परिवार के अनुसार गुरुवार रात करीब 8 बजे NIA एवं फरीदाबाद क्राइम ब्रांच की 5 गाड़ियों का दल उनके घर पहुंचा और मोबाइल फोन की जांच के बाद उन्हें अपने साथ ले गया।

फोन में संदिग्ध नंबर मिलने की बात सामने

परिवार का कहना है कि जांच एजेंसियों ने मोबाइल फोन में संदिग्ध व्यक्तियों से हुई बातचीत के कुछ रिकॉर्ड मिलने की बात कही है, इसी आधार पर मुस्तकीम से पूछताछ की जा रही है।

दूसरे एमबीबीएस छात्र को भी घर से उठाया गया

अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप कर रहे एक अन्य एमबीबीएस छात्र को भी गुरुवार को जांच एजेंसियों ने घर से हिरासत में लिया।

यह छात्र भी चीन से एमबीबीएस कर भारत लौटा था और अल-फलाह यूनिवर्सिटी में इंटर्नशिप कर रहा था।

अहमदबास गांव से डॉक्टर मोहम्मद हिरासत में

जांच का दायरा फिरोजपुर झिरका तक बढ़ाते हुए एजेंसियों ने अहमदबास गांव से डॉ. मोहम्मद को भी हिरासत में लिया है।

मोहम्मद ने छह महीने पहले ही एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की थी और हाल ही में इंटर्नशिप समाप्त हुई थी। वह 15 नवंबर को ड्यूटी ज्वॉइन करने वाले थे।

फोन में संदिग्ध बातचीत मिलने का दावा

सूत्रों के मुताबिक, मोहम्मद के फोन में आतंकियों से बातचीत के कुछ सबूत मिलने के बाद उन्हें पूछताछ के लिए ले जाया गया है।

परिवार ने बताया कि सबसे पहले एजेंसियों ने उनका फोन कब्जे में लिया, जिसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू हुई।

गांव में तनाव और परिवारों में खामोशी

अहमदबास और सुनहेड़ा गांवों में पुलिस और जांच एजेंसियों की गतिविधियों के बाद भारी सन्नाटा पसरा हुआ है। स्थानीय लोग मामले पर बात करने से बच रहे हैं और परिवारों में भी चिंता का माहौल है।

डॉक्टर के पिता की अपील — “अगर दोषी है तो सज़ा दें, नहीं तो रिहा करें”

सुनहेड़ा गांव के एक डॉक्टर के पिता शाहिद का कहना है कि यदि उनका बेटा किसी भी तरह इस मामले से जुड़ा पाया जाता है तो उसे सजा मिलनी चाहिए, लेकिन यदि वह निर्दोष है तो उसे तुरंत रिहा किया जाए।

जांच में और खुलासों की आशंका

फरीदाबाद में मिले विस्फोटक, दिल्ली ब्लास्ट और नूंह के बीच संभावित कड़ी ने इस मामले को बेहद संवेदनशील बना दिया है।

जांच एजेंसियों का मानना है कि आने वाले दिनों में और भी महत्वपूर्ण खुलासे सामने आ सकते हैं।

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