रोड सेफ्टी को लेकर जगह-जगह बनाए गए गतिअवरोधक से बना हादसों का भय
जिला प्रशासन लंबे समय से टूटी सडक को ठीक करवाने में हो रहा असफल
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | स्कूल बस हादसे के बाद जिला प्रशासन की ओर से रोड सेफ्टि के नाम पर जगह-जगह गति अवरोधक बनवा दिए। जिनके संकेतक नहीं होने से इन स्पीड ब्रेकर से भी हादसे होने की संभावना बढ गई है। इसके अलावा जिस टूटी व खंडित सडक प्वाईंट पर छोटे-बडे सडक हादसे घटित हो चुके हैं,उसे अभी भी नजरअंदाज किया जा रहा है। कनीना-महेंद्रगढ स्टेट हाइवे नम्बर 24 पर दादरी मोड पर बुधवार को दो स्पीड ब्रेकर बनवा दिए,जबकि इनसे करीब 400 मीटर दूर इसी मार्ग पर उन्हाणी गांव के समीप से गुजर रही करीब 25 किलोमीटर लंबी रामपुरी डिस्ट्रीब्यूटरी के लीकेज साईफन से टूटी सडक को आज तक ठीक नहीं किया गया है। जहां छोटे-बडे दर्जनों हादसों घटित हो चुके हैं। करोडों रूपये की लागत से इसे आरसीसी पक्का करने के साथ-साथ अटेली रोड़ से रेवाड़ी रोड़ तक अंडरग्राउंड किया जा चुका है। लेकिन लंबे समय से लीकेज साइफन को दुरूस्त नहीं किया गया है। जिसके पानी से सडक में गड्ढे बने हुए हैं। जिससे रोड सेफ्टि के दावे तार-तार हो रहे हैं। इस बिंदू को लेकर नहर तथा लोक निर्माण विभाग आमने-सामने हैं। नहर विभाग के अधिकारी लीकेज साइफन को ठीक करने की बजाय सडक मार्ग के चैडीकरण का बहाना बना रहे हैं जबकि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी नहर विभाग से साइफन को दुरूस्त करने के बाद सडक निर्माण करने की आस लगाए बैठें हैं। नतीजतन आमजन परेशान है वहीं सडक हादसों को बढावा मिल रहा है। पुलिया लीकेज होने से सडक के दोनों ओर पानी जमा हो जाता है जो वाहनों के आवागमन के कारण दोनों ओर सडक पर पंहुच जाता है। वाहन चालकों डॉ.विजय शर्मा,मुकेश कुमार, सुनील कुमार,राहुल मित्तल, अशोक कुमार, कैलाशचंद,राजसिंह, नवीन,प्रताप सिंह ने लीकेज पुलिया को दुरूस्त कर सडक निर्माण की मांग की है।
इस बारे में एसडीएम सुरेंद्र सिंह ने कहा कि रामपुरी डिस्ट्रीब्यूटरी के लीकेज साईफन को दुरूस्त करवाने तथा सडक निर्माण करवाने के लिए दोनों विभागों को लिखा गया है। रोड सेफ्टी को लेकर सडक को जल्द ही दुरूस्त करवाया जायेगा। बनाए गए स्पीड ब्रेकरों पर भी सफेद पट्टी लगाई जाएगी।