किसान फसलों के अवशेष जलाये नहीं बल्कि करें उनका प्रबंधन: एसडीएम

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City24news/सोनिका सूरा
सिवानी मंडी । | एसडीएम वीरेंद्र सिंह ने किसानों का आह्वान करते हुए कहा है कि वे गेहूं के साथ-साथ सरसों आदि किसी भी फसलों के अवशेषों को आग न लगाएं। वे आधुनिक यंत्रों से फसल अवशेषों का प्रबंधन करें। सरकार द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन यंत्रों पर सब्सिडी भी दी जा रही है। इसके अलावा फसल अवशेष प्रबंधन करने पर किसान को 1200 रूपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है।

एसडीएम ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों से कहा है कि वे लगातार फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर जागरूकता अभियान चलाये और किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के लिए जागरूक करें। उन्होंने कहा कि किसानों को जानकारी दी जाये कि गेहूं फसल की कटाई व कढ़ाई कम्बाईन हार्वेस्टर से करते हैं, वो फसल अवशेष प्रबंधन कृषि यंत्रों का उपयोग कर फसल अवशेषों का मिट्टी मे मिलाएं ताकि मिट्टी में जैविक कार्बन की मात्रा बढें और रासायनिक खादों का उपयोग कम हों। जिससे फसल अवशेषों में आगजनी की घटनाए ना हो और हमारा पर्यावरण स्वच्छ रहें।

एसडीएम ने  किसानों से अपील करते हुए कहा है कि रबी फसलों की कटाई करते समय कुछ सावधानी बरतें और किसी भी तरह की लापरवाही न करें। किसान फसलों की कटाई व कढ़ाई के लिए आधुनिक मशीनों का उपयोग कृषि यंत्र निर्माता कम्पनी द्वारा दी गई हिदायतों अनुसार ही सावधानी पूर्वक उपयोग करें ताकि मशीनों के उपयोग के दौरान किसी भी प्रकार की अनहोनी ना हो। खेत में सबसे पहले बिजली के ट्रांसफार्मर के आसपास फसल की कटाई करें। फसल कटाई उपरान्त फसल को बिजली के तारों के आसपास इकट्ठा ना करें। फसलों की कढाई हेतु थ्रेसर का उपयोग करते समय किसान टाईट कपड़े पहने।

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