मंडियों में बाजरा व धान फसल को सुखाकर लाएं किसान : उपायुक्त
फसल अवशेषों का करें उचित प्रबंधन, किसान बढ़ाएं आमदनी, फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण होता है प्रदूषित
जिला की मंडियों में अब तक 16915 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने जिला के किसानों का आह्वान किया है कि वे अपनी बाजरा व धान फसलों को अच्छी तरह सुखाकर एवं साफ करके मंडियों में बिक्री के लिए लाएं। किसान फसल अवशेषों का उचित प्रबंध करें तथा फसल अवशेषों को न जलाएं। फसल अवशेषों को जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है। किसान फसलों का उचित प्रबंधन कर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। उडीसी धीरेंद्र खडग़टा ने कहा है कि फसल अवशेषों का उचित प्रबंधन करें। फसल अवशेषों को कृषि यंत्रों की सहायता से भूमि में मिलाकर भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाये या स्ट्रॉ बेलर मशीन से पराली की गांठ बनाकर सरकार द्वारा दिए जा रहे लाभ का फायदा उठाएं। फसल अवशेषों को जलाने से कई तरह से हानि होती है। इससे भूमि की उपजाऊ शक्ति को भारी नुकसान होता है तथा पर्यावरण प्रदूषित होने से सांस लेने में कठिनाई होती है।
फसल अवशेष प्रबंधन के तहत किसानों को अनुदान पर दिए जाते हैं कृषि यंत्र
उपायुक्त ने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन योजना सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के तहत किसानों को कृषि यंत्र जैसे सुपर सीडर, जीरो टिलेज मशीन, स्ट्रॉ चॉपर, हैप्पी सीडर आदि अनुदान पर प्रदान किए जाते हैं, जिनकी मदद से किसान पराली को मिट्टी में मिलाकर भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ा सकते हैं या पराली की गांठ बनाकर अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते हैं।
जिला में 4236 मीट्रिक टन धान की हुई खरीद
जिला में अब तक 16915 मीट्रिक टन बाजरा
उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने बताया कि जिला में अब तक 4236 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई हैं। इसमें से नूंह मंडी में 2982 मीट्रिक टन धान तथा पुन्हाना मंडी में 1254 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है। जिला में अब तक नूंह अनाज मंडी में 770 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद भी की जा चुकी है। पुन्हाना अनाज मंडी में 3187 मीट्रिक टन खरीद की जा चुकी है। तावडू अनाज मंडी में 8187 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की गई है तथा फिरोजपुर झिरका अनाज मंडी में 4084 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की गई है और इसी प्रकार पिनंगवा अनाज मंडी में 687 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की गई है, जबकि 8 हजार 923 मीट्रिक टन बाजरा, वहीं 4 हजार 236 मीट्रिक टन धान का उठान हो चुका है।