ककराला के किसान बागवानी की खेती कर कमा रहे हैं लाखों रुपए का मुनाफा

-केंद्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा क्रियान्वित योजनाओं का लाभ ले रहे किसान
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | केंद्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के हितों को उपर उठाने के लिए क्रियान्वित की जा रही किसान कल्याणकारी योजनाओं से प्रेरित होकर कनीना सब डिवीजन के विभिन्न गावों के किसान जागरूक हुए हैं। जो कृषि एवं बागवानी विभाग के अधिकारियों से प्रशिक्षण लेकर कैश क्रॉप के माध्यम से लाखों रूपये का मुनाफा ले रहे हैं। इसी कडी में ककराला गांव के किसान किसान जगदीश पिछले करीब ढाई दशक से परंपरागत खेती छोडकर कैश क्रॉप कर रहा है। वह प्रतिवर्ष दो एकड़ में तरबूज, खरबूज, घीया,टमाटर, प्याज, पेठा व ककड़ी की खेती करता है। उन्होंने दो एकड़ में 35 हजार रूपये की लागत से कैश क्रॉप लगाई थी। जिस पर हरियाणा सरकार से 16 हजार रुपए का अनुदान मिला। हाल ही में दो दिन पूर्व हुई
बरसात व ओलावृष्टि से सब्जी की फसल को नुकसान हुआ है। जगदीश कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष उन्होंने डेढ लाख रूपये की लागत से दो एकड़ रक्बे में सब्जी की फसल लगाई थी। जिस पर 4 लाख रुपये की आमदनी हुई थी। लेकिन इस बार ओलावृष्टि ने उनके सपनों पर पानी फेर दिया।
मुकेश देवी ने बताया कि वह सब्जी बेचकर ही आजीविका चलाते हैं। सब्जि की फसल औलावृष्टि से खराब होने पर उनकी आमदनी पर संकट खडा हो गया है।
किसान उदय सिंह ने बताया कि उन्होंने डेढ़ एकड़ रक्बे में प्याज, टमाटर, हरि मिर्च, घीया लगा रखी है। जिससे अच्छी आमदनी हो जाती है। इसका बीज हरियाणा सरकार की योजना अनुसार 50 फीसदी अनुदान पर मिला था। बरसात से फसल को नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि मंडी में ले जाते हैं तो बहुत कम भाव मिलता है जिसके चलते वे ऊंट रेहडी के माध्यम से गांव-गांव जाकर सब्जि की बिक्री करते हैं। जिससे अच्छी कीमत मिल जाती है।
इस बारे में कृषि विभाग के एसडीओ डॉ अजय कुमार यदव ने बताया कि सरकार किसानों के बहुत संवेदनशील है। उन्हें रियायती दर पर खाद-बीज उपलब्ध करवाती है वहीं फसल लगाने पर सब्सिडी भी दी जाती है। उन्होंने बताया कि उन्नत व प्रगतिशील किसान परंपरागत खेती छोडकर बागवानी व कैश क्रॉप की फसल अपनाने लगे हैं। जो किसानों के लिए अच्छी आमदनी का स्रोत है। फसल बिक्री होने से रोजाना आमदनी हो जाती है और उसे मुनाफा भी खूब होता है।