भावांतर भरपाई व फसल खराबा राशि बैंक खातों में आने पर किसानों ने जताई खुशी

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-मुख्यमंत्री नायब सैनी की ओर से डीबीटी के माध्यम से भेजी गई 116 करोड़ की राशि
-53821 किसान हुए लाभान्वित
City24News/सुनील दीक्षित

कनीना | बीते अगस्त-सितंबर माह में हुई भारी बारिश के कारण हरियाणा के कई जिलों में जलभराव के कारण बाजरा, कपास,धान व ग्वार जैसी फसल खराब हो गई थी वहीं खरीफ फसल, बाजरा बेचने पर सरकार ने 575 रुपये भावांतर भरपाई देने की घोषणा की थी। हरियाणा के जनहितैषी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की ओर से फसल खराबा तथा भावांतर भरपाई का पैसा टीबीटी माध्यम से किसानों के खाते में भेजे जाने से किसानों ने खुशी जताते हुए राहत की सांस ली है। किसान मनोज कुमार, राजीव, रोशन लाल, सत्यवीर सिंह, नरेंद्र कुमार, सुखबीर सिंह, सुभाष चंद्र, जगबीर सिंह, सुरेश यादव ने बताया कि अत्यधिक बारिश के कारण फसल खराब हो गई थी। भीगने तथा बदरंग होने के कारण बाजरे की सरकारी खरीद भी नहीं की जा सकी। सरकार ने बाजरे बेचने वाले किसानों को ‘जे’ फार्म जारी होने के बाद भावांतर भरपाई देने का फैसला किया। इसी प्रकार बारिश से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 15 सितंबर तक ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला गया था। फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने प्रदेश के 53821 किसानों को 116 करोड़ रुपए से ज्यादा की मुआवजा राशि जारी की है। जिसमें बाजरे की फसल के लिए 35 करोड़ 29 लाख रुपए, कपास के लिए 27 करोड़ 43 लाख रुपए, धान के लिए 22 करोड़ 51 लाख रुपए और गवार के लिए 14 करोड़ 10 लाख रुपए की राशि शामिल है।
कृषि विभाग के उपमंडल अधिकारी डॉ अजय यादव ने बताया कि 11 सालों में किसानों को मुआवजा और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब तक 15 हजार 448 करोड़ रुपए की राशि जारी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि खरीफ सीजन 2021 में बाजरे को भावांतर भरपाई योजना में शामिल किया गया था। भावांतर भरपाई योजना के तहत 575 रुपए प्रति क्विंटल की दर से किसानों को लाभ दिया गया। प्रदेश के 1 लाख 57 हजार किसानों को 358 करोड़ 62 लाख रुपए की राशि बाजरा भावांतर के रूप में जारी की गई है। जो किसानों के खातों में पंहुच चुकी है। उन्होंने बताया कि ‘ऋणी’ किसानों के लिए एकमुश्त निपटान योजना शुरू की गई है। जिसमें ऋण लेने वाले किसान मूल राशि समिति के खातों में जमा करवाते हैं तो उनका पूरा बकाया ब्याज माफ कर दिया जाएगा। इस योजना के तहत प्रदेश के 681182 किसानों और गरीब मजदूरों को 2266 करोड़ रुपए का लाभ मिलेगा। यह योजना आगामी 31 मार्च 2026 तक लागू रहेगी।
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कनीना-पीपी साइज फोटो डाॅ अय यादव, उपमंडल कृषि अधिकारी।

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