लोकसभा में किया था वोट फॉर ओपीएस, अब विधानसभा में भी दोहराएंगे कर्मचारी
एनपीएस का बखान करने वाली सरकार अब यूपीएस लाकर खुद एनपीएस में खामी बताने लगी
राज्य स्तरीय तिरंगा यात्रा में हिसार में हजारों कर्मचारी सरकार के खिलाफ गरजे
जब तक पुरानी पैंशन बहाली नहीं हो जाती तब तक जारी रहेगा आंदोलन: विजेंद्र धारीवाल
City24news/सोनिका सूरा
सिवानी | पैंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा के बैनर तले रविवार को हिसार में राज्यभर से हजारों कर्मचारियों ने पुरानी पैंशन बहाली के लिए शहर में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए तिरंगा मार्च निकाला। कर्मचारियों ने मंच से एक बार फिर लोकसभा की तरह विधानसभा में भी वोट फॉर ओपीएस की चोट करने की बात कही। राज्य स्तरीय इस प्रदर्शन का नेतृत्व पीबीएसएस के राज्य प्रधान विजेन्द्र धारीवाल व राज्य महासचिव ऋषि नैन ने किया। इस प्रदर्शन व तिरंगा मार्च में हिसार जिले के साथ साथ फतेहाबाद, सिरसा, जींद, भिवानी व दादरी के हजारों कर्मचारियों ने भाग लिया। नई अनाज मंडी में जनसभा के बाद कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए शहर भर में प्रदर्शन करते हुए OPS तिरंगा मार्च निकाला।
मंच से अपने संबोधन में राज्य प्रधान विजेन्द्र धारीवाल ने सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि सरकार जो एनपीएस और यूपीएस का खेल खेल रही है पैंशन बहाली संघर्ष समिति इसका विरोध करती है तथा इसकी निंदा करती है। हरियाणा का कोई भी कर्मचारी एनपीएस और यूपीएस को लेकर सहमत नहीं है। हरियाणा के कर्मचारी ओपीएस बहाली से पहले किसी भी अन्य विकल्प पर सहमत नहीं है। उन्होंने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो सरकार व उसके नुमाइंदे पहले एनपीएस का गुणगान करते हुए नहीं थकते थे, वही अब यूपीएस को लाकर एनपीएस में कमियां गिना रही है। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब यूपीएस व एनपीएस की खामियों को देखकर सरकार को वापस ओपीएस का बहाल करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पैंशन बहाली संघर्ष समिति के आंदोलन के दबाव की बदौलत हरियाणा के मुख्यमंत्री को चुनावों के निर्धारित समय से एक महीना पहले आचार संहिता लगवाकर कुर्सी छोड़कर भागना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन ओपीएस बहाली तक यूंही जारी रहेगा। उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि हरियाणा के कर्मचारियों ने लोकसभा चुनावों में वोट फॉर ओपीएस की चोट करके वर्तमान सरकार को पांच सीटों पर सिमटा दिया था, वही वोट फॉर ओपीएस की मुहिम इन विधानसभा चुनावों में भी जारी रहेगी।
इस अवसर पर राज्य महासचिव ऋषि नैन ने कहा कि हरियाणा के कर्मचारियों ने वोट फॉर ओपीएस की ताकत लोकसभा चुनावों में सरकार को दिखा दी है तथा अब हरियाणा में वही सरकार सत्ता में आएगी जो ओपीएस को लेकर आएगी। उन्होंने यूपीएस को लेकर कहा कि सरकार और उसके मंत्री यूपीएस को अच्छा बता रहे हैं तो यूपीएस लाने की जरूरत ही क्या थी, ओपीएस ही लागू कर देती। कर्मचारियों ने सरकार से यूपीएस की मांग ही नहीं की थी। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लाखों कर्मचारी अब आर या पार के मूड में हैं।
इस मौके पर हिसार जिला प्रधान दिनेश पाबड़ा ने इस प्रदर्शन में पहुंचे सभी जिलों के हजारों कर्मचारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह जोश हमें बरकरार रखना है तथा विधानसभा चुनावों में अपनी ताकत का अहसास करवाना है। उन्होंने कहा कि वोट फॉर ओपीएस की मुहिम के लिए कर्मचारी अपने सभी निजी हितों को पीछे रखते हुए वोट की चोट से सरकार को अपनी ताकत का अहसास करवाने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने राज्य प्रधान व राज्य महासचिव को विश्वास दिलवाया कि जिला हिसार के हजारों कर्मचारी ओपीएस लागू होने तक इसी प्रकार आंदोलन के लिए हर समय तैयार रहेंगे।
कर्मचारी नेताओं के संबोधन के बाद कर्मचारियों ने हाथों में बैनर व तख्तियां लेकर अनाज मंडी से तिरंगा मार्च शुरू किया। इस दौरान उन्होंने रास्ते में मिलने वाले लोगों को ओपीएस व एनपीएस का फर्क बताया तथा जोरदार नारेबाजी करते हुए उमस भरी दोपहर की परवाह न करते हुए तिरंगा मार्च निकाला । इसके बाद उन्होंने क्रांतिमान पार्क में शहीदों की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी यात्रा का समापन किया।
इस अवसर पर राज्य वरिष्ठ उपप्रधान अनूप लाठर, कोषध्यकाश विजय भुना, डा बलराम आर्य, ज्ञानसिंह गिल, सुखबीर दुहन, अमर कुमार सहित समस्त राज्य कार्यकारिणी, हरियाणा प्रदेश की सभी जिला प्रधान एवम् जिला कार्यकारिणी, समेत महिला राज्य प्रभारी राजबाला कौशिक, महिला सहप्रभारी स्वराज वर्मा, पूनम चहल, मोनिका भारद्वाज, श्रुति कल्याणी, मनोज सिवाच, मनोज कुंडू, अनूप सतरोड, चरण सिंह,मनोज गर्ग, पंकज खटक, नितिन पुहल, बंटी सैनी, अनिल गोयत, राजेंद्र दलाल, अनिल जांगड़ा, रामेहर, सुभाष, प्रवीण चाहर, दलबीर सिंह, मंगतराम, आदि मौजूद थे।