भू-राजस्व एवं कृषि विभाग के कर्मचारी गांव-गांव जाकर बना रहे किसान पंजीकरण आईडी
-सरकार की ओर से किसानों को ऑनलाइन दी जाएगी सुविधाएं
City24News/सुनील दीक्षित
कनीना | जिले भर में 19 से 25 दिसंबर तक मनाए जा रहे सुशासन सप्ताह के दृष्टिगत भू-राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी फील्ड में उतर कर जन समस्याओं का निराकरण करने में जुट गए हैं। उनकी ओर से जमीन की नकल, गिरदावरी का कार्य किया जा रहा है वहीं उनकी ओर से सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को क्रियान्वित करने के लिए ‘फार्मर रजिस्ट्रेशन आईडी’ किसान पंजीकरण पहचान पत्र बनाए जा रहे हैं। इस संदर्भ में एसडीएम डॉ जितेंद्र अहलावत के दिशा निर्देशन में अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं जो गांव-गांव जाकर कार्य कर रही हैं। कनीना की तहसीलदार पायल यादव एवं नायब तहसीलदार पौरुष पहल की अगुआई में किसान पंजीकरण पहचान पत्र बनाने का कार्य किया जा रहा है। रसूलपुर गांव में पटवारी शमशेर सिंह प्रशिक्षु पटवारी मगुवान सिंह व कृषि विभाग के कर्मचारी कुलदीप सिंह की ओर से सैकड़ों किसानों की आईडी तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि ये आईडी तैयार होने के बाद किसानों को फसल बिजाई के लिए खाद, बीज, कृषि अनुदान, फसल बीमा, पीएमकेवीवाई, फसल बेचते समय गेट पास, मंडी के आढ़ती संबंधी जानकारी आसानी से मिलेगी। किसान की वह सारी भूमि इस आईडी से लिंक होगी जो उसके नाम है। पटवारी प्रदीप कुमार ने गुढा व अनूप सुहाग की टीम ने कनीना में कैंप आयोजित कर किसानों की पंजीकरण आईडी बनाने का काम किया। माना जा रहा है कि किसानों की जमीन का पूरा रिकॉर्ड सरकार के पास होगा। जिसके माध्यम से किसानों के कल्याण के लिए ऑनलाइन सुविधाएं मिलेगीं।
कनीना-रसूलपुर में किसानों की पंजीकरण आईडी बनाते पटवारी एवं कृषि विभाग के कर्मचारी।
