सरकारी कार्यालयों के कर्मचारी भी हिंसक होते बंदरो से हुए परेशान
City24news@सुनील दीक्षित
कनीना | हिंसक होते जा रहे बंदरों का आंतक बढता जा रहा है। सैंकडों की संख्या से अधिक बंदर कहीं न कहीं स्वतंत्र होकर भरे बाजार उछलकूद करते हैं जिसे लेकर आमजन चिंतित है। ये बंदर घरों में घुसकर कीमती सामान को क्ष्ति पंहुचाते हैं,उनकी ऐसी गतिविधि को रोकने के प्रयास किए जाते हैं तो वे उग्र हो जाते हैं ओर घर के सद्स्यों पर हमला बोल देते हैं। तहसील कार्यालय,एसडीएम कार्यालय,नगर पालिका कार्यालय,खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय,पुलिस थाना, कोर्ट कैंपस सहित अन्य स्थानों पर बंदर झुंड बनाकर घूमते देखे जा सकते हैं। सरकारी कार्यलयों में आए लोगों की गाडिय़ों के शीशे तोडना, सीसीटीवी कैमरे एवं टेलीफोन की केबल तोडना, दुकानदारों के सामान को क्षतिग्रस्त करना, फल-सब्जि ले भागना तथा इन्हें दूर भगाने की कौशिश करने पर आक्रामक होना सामान्य बात हो गई है। दिलचस्प बात है कि हिंसाक हुए बंदरो ने अब तक करीब दर्जनभर लोगों को काट कर घायल कर दिया है। जहां से इनका झुंड गुजरता है वहां आमजन दहशत में आ जाता है। बंदरों के काटने से घायल हुए शिवकुमार,विजय कुमार,राहुल व हिमांशु ने बताया कि रोजमर्रा का कार्य करते समय बंदर आ गए ओर हमला कर उन्हें काट खाया। सरकारी कार्यालयों में विभिन्न कार्यों से आने वाले नागरिक भयभीत हैं। शिवकुमार ने कहा कि नपा प्रशासन को कई पत्र लिखकर बंदर पकडवाने की गुहार लगाई है। जिनकी ओर से बंदरों से निजात दिलाने का आश्वासन दिया गया है। इस बारे में नपा सचिव समयपाल सिंह ने कहा कि बंदर पकडवाने की योजना को जल्द ही अंतिम रूप दिया जायेगा। नियमानुसार बंदरो को पकड़ कर जंगल में छोड़ा जाएगा।