ईडी की कार्रवाई से कांग्रेस पार्टी नेताओं में चली चर्चाएं
हुड्डा के भाजपा में जाने के संकेत से बन रही असमंजस की स्थिति
हुड्डा की गलत नीतियों से पार्टी को अलविदा कह चुके पूर्व विधायक ने रविवार को बुलाई कार्यकर्ताओं की बैठक
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चौ.भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ प्रर्वतन निदेशालय,ईडी ने विधान सभा चुनाव के ऐन वक्त पर शिकंजा कस दिया है। ईडी की इस कार्रवाई का उन पर कितना असर रहता है ये तो समय ही बताएगा लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेेस पार्टी को नुकसान उठाने की संभावना बन गई है। ईडी द्वारा की गई इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओ में तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं। दूसरी ओर हुड्डा के भाजपा में जाने संकेत मिलने से कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। सूत्रों से मिली पुख्ता जानकारी के मुताबिक ईडी ने हुड्डा की एम्मार इंडिया लि.ओर एमजीएफ डेवलपर सहित इसमें संलिप्त अन्य आरोपियों के विरूध मनी लॉन्ड्रिंग जांच के अंतर्गत ये कार्रवाई की है। पीएमएलए 2002 के तहत गुरूग्राम व दिल्ली के 20 गावों में स्थित 401.65479 एकड जमींन के रूप में करीब 834 करोड रूपये की अचल संपति को अस्थाई रूप से जब्त किया है। जिसमें एम्मार इंडिया लि.के 501.13 करोड व एमजीएफ डेवलपमेंट लिमिटेड की 332.69 करोड की संपति शामिल है। कहा जा रहा है कि वर्ष 2009 में हरियाणा सरकार ने गुरूग्राम के सेक्टर 58,63, 65,67 में 1417.07 एकड़ जमींन के भूमि अधिग्रहण अधिनियम 1894 की धारा 4 के तहत अधिसूचना जारी की गई थी। ईडी ने भूपेंद्र हुड्डा से बीते जनवरी माह में मानेसर लैंड डील केस में चंडीगढ में लंबे समय तक पूछताछ की थी। माना जा रहा है कि इस प्रकरण को लेकर लोकसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह चुके पूर्व विधायक राव बहादुर सिंह की ओर से एक सितंबर, रविवार को सुबह 10 बजे यादव धर्मशाला महेंद्रगढ में कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की है। इस बैठक में विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जायेगी। हुड्डा की गलत नीतियों के चलते उन्होंने पार्टी छोडी थी।