पुलिस फोर्स न मिलने के कारण मोडी में नहीं हो सकी कब्जा कार्रवाई

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-पंचायत की एक एकड भूमि पर एनजीओ द्वारा अवैध रूप से संचालित किया जा रहा है बेसहारा अनाथ आश्रम
-ग्रामीणों ने आश्रम के नाम पर अवैध वसूली के लगाए आरोप
कनीना सुनील दीक्षित  
कनीना सब डिवीजन के गांव मोडी में पंचायती जमींन पर बने भवन में पिछले करीब पांच वर्ष पूर्व शुरू किए गए सामाजिक संगठन द्वारा अवैध रूप से कब्जा करवाने के प्रयास किए जाने को लेकर बृहस्पतिवार, 20 मार्च को की जाने वाली कब्जा कार्रवाई पुलिस सहायता न मिल पाने के कारण स्थगित हो गयी। कनीना के बीडीपीओ नवदीप की ओर से पुलिस सहयाता के लिए लिखा गया था। सरपंच अनिता देवी ने बताया कि इससे पूर्व भी 19 जुलाई 2024, 27 जनवरी 2025, 30 जनवरी 2025 व 17 मार्च 2025 को चार बार पुलिस सहायता के लिए लिखा गया था। ग्राम सरपंच अनिता देवी ने बताया कि गांव मोडी निवासी पवन कुमार ने सत्य भारती स्कूल के भवन में अवैध रूप से संचालित किए गए ’बेसहारा शांतिकुंज अनाथ’ आश्रम के जरिए एक एकड भूमि की चारदीवारी एवं उसमें बने आठ कमरे सहित बरामदे व टाॅयलेट पर कब्जा कर वहां दर्जनभर व्यक्तियों को अनाथ बताकर रखा हुआ है। जबकि यह ग्राम पंचायत की मलकियत है। इस जमींन पर भारती फाउंडेशन की ओर से सत्य भारती नामक प्राईमरी स्कूल का संचालन शिक्षा-सत्र 2006-07 में किया था। उसके करीब दो वर्ष बाद उपरोक्त एनजीओ की ओर से बिना पंचायत की सहमति के अनाथ आश्रम का संचालन शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि सत्यभारती स्कूल संस्था ने इस भवन व जमींन को सितंबर 2019 में तत्कालीन सरपंच शर्मिला देवी सहित पंचायत को विधिवत रूप से सुपुर्द किया था।
पूर्व सरपंच गजराज सिंह, पूर्व पंच जगन सिंह, ग्रामीण कर्णसिंह, सरपंच प्रतिनिध रामनिवास ने बताया कि अनाथ आश्रम की आड में एनजीओ संचालक पवन कुमार पंचायती जमींन पर अवैध कब्जा करना चाहता है। अनाथ आश्रम में रहने वाले महिला व पुरूषों को गेट बंद कर बंधक की भांंित रखा जाता है ओर उनसे फसल कटाई करवाकर मजदूरी करवाई जाती है। आश्रम परिसर में बिना संचालक की अनुमति के कोई भी व्यक्ति अंदर प्रवेश नहीं कर सकता। जाने-अनजाने व्यक्ति को अंदर जाने के लिए पवन कुमार से अनुमति लेनी पडती है। अंदर रह रहे किसी व्यक्ति द्वारा आश्रम की असलियत बताई जाती है तो उनसे मारपीट तक की जाती है। उनकी प्रताडना से दो अनजान व्यक्तियों की मौत होने की बात भी कही जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में कहीं भी कोई अनजान वृद्ध एवं मंदबुद्धि जैसा व्यक्ति दिखाई देता है तो उसे मोडी लाया जाता है। जहां उनके मजदूरी तक कराई जाती है। अनाथ आश्रम के नाम पर जगह-जगह चंदावसूली की जाती है। अनाथ आश्रम के नाम पर यहां पर सोलर सिस्टम लगाया है वहीं 30-35 बैड उपलब्ध कराए गए हैं। जिन पर वह अपना हक जता रहा है।
उन्होंने बताया कि कनीना के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी नवदीप ने औचक निरीक्षण कर असलियत जानी थी। जिसमें उन्होंने आश्रम के गेट पर ताला लटका मिला था। उनके परिजनों के कहने पर पवन कुमार की अनुमति से ताला खोला गया। बीडीपीओ ने आश्रम में रह रहे लोगों से बातचीत की जिसमें उन्होंने स्वयं को बंधक बना जाने जैसी बाते कही। वे लोग वहां से जाना चाहते थे लेकिन उन्हें जबरन वहां रोका गया था।
सरपंच अनिता देवी ने बताया कि इस मलकियत को अपने कब्जे में लेकर ग्राम पंचायत द्वारा यहां पर ई-लाईब्रेरी, ओपन जिमशाला खोलने की योजना है।  
इस बारे में बीडीपीओ नवदीप ने बताया कि पुलिस फोर्स की व्यस्तता होने के कारण पुलिस हैल्प नहीं मिल सकी। पुनः पुलिस सहायता के लिए लिखा जाएगा। पुलिस सहायता मिलते ही अवैध कब्जा छुडा दिया जायगा।  
इस बारे में कब्जाधारी पवन कुमार ने बताया कि ग्राम पंचायत पिछले दो वर्ष से उनके पीछे लगी हुई है। वह आश्रम को खाली करवाना चाहती है। जबकि यहां पर बेसहारा व्यक्तियों को आश्रय दिया जा रहा है।

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