सरकारी खरीद न होने से किसान औने-पौने भाव में बाजरा बेचने पर हुए मजबूर
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | कनीना की नयी आनाज मंडी चेलावास में बाजरे की आवक जारी है। किसान बाजरे से लदे वाहन लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं। लेकिन सरकारी खरीद न होने से उन्हें नुकसान उठाकर प्राइवेट एजेंसी को औने-पौने भावों में बाजरा बेचना पड़ रहा है। जिससे किसान परेशान हैं। कनीना-अटेली मार्ग पर रेवाडी-बीकानेर ब्रॉडगेज रेलवे लाईन पर आरओबी का निर्माण कार्य किये जाने के चलते किसान ग्रामीण लिंक मार्गों से नयी मंडी में जा रहे हैं। परेशान किसानों ने कनीना की पुरानी मंडी में भी बाजरे की खरीद शुरू करवाने की मांग की है। खरीद एजेंसी हैफेड के अधिकारी बदरंग बाजरे की सरकारी खरीद नहीं कर रहे हैं। उनकी ओर से रेवाडी लैब में बाजरे के सैंपल भेजे जा रहे हैं। जो मानकों पर खरे नहीं उतर रहे हैं। मार्केट कमेटी कनीना के सचिव मनोज पाराशर ने बताया कि सरकारी खरीद न होने पर प्राइवेट खरीद की जा रही है। जिसके रेट 1800 से 1950 तक आंके जा रहे है।