90 प्रतिशत अपराधों की जड़ केवल नशा: अशोक कुमार वर्मा

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City24news/ब्यूरो
गुरुग्राम। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो प्रमुख/ पुलिस महानिदेशक श्री ओपी सिंह साहब के दिशानिर्देशों एवं पुलिस अधीक्षक श्रीमती पंखुरी कुमार के मार्गदर्शन में गुरुग्राम में नशे के विरुद्ध कार्यक्रम आयोजित कर युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस कड़ी में ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा साइकिल के साधन का प्रयोग करते हुए गांव गांव ओर शहर शहर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। वे आज गुरुग्राम ज़िले में रहे और एंजेल्स पैलेस इंटरनेशनल स्कूल में नशे के विरुद्ध एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। विद्यालय के प्रबंधक महेंद्र की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में 685 विद्यार्थियों ने भाग लिया। 35 शिक्षकों के साथ अलग से वार्तालाप के माध्यम से बताया कि नशे की समस्या से निपटने के लिए उनके स्तर पर क्या करना है और किस प्रकार विद्यार्थियों और अपने बच्चों पर नियंत्रण करना है ताकि नशा मुक्त परिवार और नशा मुक्त विद्यालय और नशा मुक्त समाज और राष्ट्र का निर्माण हो। डॉ वर्मा ने 50 से अधिक चालकों और कर्मचारियों के साथ भी अलग से नशे पर चर्चा करते हुए कहा कि पूर्व में हुई घटना को देखते हुए उन्हें नशे से दूर रहना है और यदि कोई किसी प्रकार का नशा करता है तो उसको छोड़ने के टिप्स दिए। विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए डॉ अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि नशा नाश का द्वार है जो मनुष्य के जीवन में शौंक बनकर आता है और शौंक से व्यसन में परिवर्तित होकर कब शोक का रूप ले लेता है मनुष्य को पता नहीं लगता। मनुष्य नशा छोड़ना चाहता है लेकिन यह नशा उसके रक्त में समाहित होकर उसके जीवन की आवश्यकता बन जाता है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो के अनुसार 90 प्रतिशत अपराधों के पीछे केवल नशा ही कारण है। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि नशा कितने प्रकार का है और सरकार द्वारा नशों पर प्रतिबन्ध क्यों लगाया गया है। प्रतिबंधित नशे कहां से आ रहे हैं और इसका क्या प्रयोजन है। चेतावनी युक्त नशों पर भी गहनता से चर्चा की और बताया कि ये वो नशे हैं जो व्यक्ति को प्रतिबंधित नशे के मार्ग पर लेकर जाते हैं। डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि कोई भी व्यक्ति प्रथम बार नशा अपनी जेब से रूपए निकालकर नहीं लेता। कोई न कोई व्यक्ति उसके जीवन में मित्र, चलचित्र, अड़ौसी-पड़ौसी और रिश्तेदार के रूप में आता है और उसे प्रथम बार नशा निशुल्क देकर कहता है थोड़ा सा लेकर देखों आनंद आएगा। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे में पहली बार में ही नशे को न कहना सीखें। क्योंकि सदा स्मरण रखना यदि नशा होता अच्छा तो माँ कहती खा ले मेरे बच्चा। उन्होंने आगे कहा कि नशा मुक्त समाज और राष्ट्र के निर्माण में सभी की सहभागिता आवश्यक है। जागरूकता कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस और  ब्यूरो द्वारा वर्ष 2023 में 3823 अभियोग अंकित कर 5870 नशा तस्करों को सलाखों के पीछे भेजा है इस वर्ष 30 नवंबर 2024 तक 3051 अभियोग अभियोग अंकित कर 4627 नशा तस्करी में संलिप्त अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है। 108 नशा तस्करी में संलिप्त अपराधियों की सम्पति को जब्त किया गया और वे लोग सलाखों के पीछे हैं। अभी भी 77 नशा तस्करों की सूचियां बना ली गयी हैं जिनके विरुद्ध शीघ्र कार्रवाई होगी और उनकी सम्पति को जब्त किया जाएगा। लेकिन यह सत्य है कि केवल पकड़ने मात्र से नशा मुक्त अभियान सफल नहीं हो सकता। इसके लिए जागरूकता भी आवश्यक है। उन्होंने 9050891508 पर नशा तस्करी में संलिप्त अपराधियों की गुप्त सूचनाएं निर्भीकता से देने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि नशा छोड़ने वाले भी इस पर सम्पर्क कर सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में शपथ ग्रहण करवाई गयी।

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