अरावली क्षेत्र के पानी को संग्रहित कर पेयजल व सिंचाई की जरूरतें की जाएंगी पूरी
City24news@अनिल मोहनियां
नूंह | उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने कहा कि जिला में स्थित अरावली पहाडिय़ों में छोटे-छोटे झरनों के माध्यम से बह रहे पानी को संग्रहित कर इसका उपयोग पेयजल व सिंचाई जैसे कार्यों में किया जाएगा। बरसात के मौसम के दौरान इन झरनों से काफी पानी निकलता है, जिसे संग्रहित किया जाना जरूरी है, ताकि संग्रहित पानी का उपयोग वर्षभर पेयजल व सिंचाई जैसे कार्यों में किया जा सके। हरियाणा सरकार द्वारा सामाजिक सहभागिता के तहत छोटे-छोटे झरनों के पानी संग्रहण की योजना तैयार की हुई है।
उपायुक्त वीरवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हाल में तरुण भारत संघ व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने जिला में जल संग्रहण संबंधी सभी संभावित साइटों को चिन्हित करने के निर्देश भी दिए। इस बैठक में पीपीटी के माध्यम से देश के विभिन्न क्षेत्रों में पानी संचय से संबंधित तैयार परियोजनाओं को दिखाया गया और उनकी विस्तृत जानकारी भी प्रस्तुत की गई।
उपायुक्त ने बैठक के बाद तरुण भारत संघ के राजेंद्र सिंह व सिंचाई, कृषि, पंचायती राज, पब्लिक हेल्थ, वन विभाग के अधिकारियों के साथ गांव मेवली व पाठखोरी का दौरा किया तथा वहां पर जल संग्रहण के लिए संभावित स्थानों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि उपमंडल फिरोजपुर झिरका के गांव पाठखोरी में 224 हेक्टेयर क्षेत्र का पानी संग्रहित किया जाएगा। इस संग्रहित पानी से आसपास के कई गांवों की पेयजल व सिंचाई संबंधी जरूरतें पूरी हो सकेंगी। उन्होंने बताया कि जिला में बारिश के पानी को तालाबों, बावड़ी व झीलों में संरक्षित किया जाएगा, ताकि बाद में इस पानी का सदुपयोग किया जा सके। इस अवसर पर उनके साथ तरूण भारत संघ के राजेंद्र सिंह, एसडीओ पंचायती राज योगेश सहित जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।