’स्वच्छ जल पिएं, स्वस्थ शरीर जिएं’
-पेयजल में घटती पोषक तत्वों की संख्या बन रही चिंता का विषय
-जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रतिमाह लिए जाते हैं बैक्टोलाॅजी व छह माह में लिए जाते हैं केमिकल सैंपल
-स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के विभाग रहता है प्रयासरत
City24News/सुनील दीक्षित
कनीना | जीवन में पेयजल का सबसे अहम रोल है। मनुष्य के शरीर में भी लगभग 60 प्रतिशत जल होता है जबकि बच्चों के शरीर में लगभग 65 प्रतिशत जल माना जाता है। शुद्ध पानी को टीडीएस यानी टोटल डिसॉल्वड़ सोलिडस, कुल घुले हुए ठोस पदार्थों के तौर पर देखा जाता है। जनशक्ति विकास संगठन के प्रधान दीपक वशिष्ठ ने बताया कि टीडीएस के साथ साथ जल की शुद्धता में एक बड़ा घटक उसके पीएच बैलेंस यानी फिजिकल हाइड्रोजन पर निर्भर करता है। जो कि 9 के ऊपर जाने से जल का रूप अम्लीय, एसिडिटी से एल्कलाइन अर्थात क्षारीय हो जाता है। शुद्ध जल की प्रकृति 9 से 10 पीएच पर होनी चाहिए। अमल जहां हमारे शरीर को कमजोर बनाते हैं वहीं क्षार हमारे शरीर में अमल की अधिकता को कम करके शरीर को साफ करने का काम करते हैं। टीडीएस, जल के मुख्य घटक के रूप में कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम और पोटेशियम केशन और कार्बोनेट, क्लोराइड, सल्फेट और नाइट्रेट आयन शामिल होते हैं। पानी में टीडीएस बनाने वाले अन्य सामान्य लवण सोडियम,सल्फेट, क्लोराइड,कैल्शियम,मैग्नीशियम और बाइकार्बोनेट हैं। ये सब कम या ज्यादा मात्रा में शरीर को कहीं न कहीं नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं। उन्हें संतुलित रखने के लिए आरओ की मदद ली जाने लगी है। यह आरओ किट पानी में शुद्धता तय करके उसके शरीर के अनुसार बनाती है। उसके बाद पानी दुर्गंध मुक्त व रूप क्षारीय ग्रहण करता है। जिसे एल्कलाइन वाटर कहा जाता है। एल्कलाइन वाटर की कीमत अधिक आंकी गई है। रोजमर्रा के जीवन में प्लास्टिक उत्पाद की अधिकता होने के कारण पेयजल को भी प्लास्टिक में रखा जाने लगा है जिससे पानी की गुणवत्ता पर कमी आने लगी है। प्लास्टिक कैंपर, पानी की बोतल एवं डिस्पोजल गिलास का बढ़ता प्रयोग चिंता का विषय है।
इस बारे में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के कनिष्ठ अभियंता पवन कुमार ने बताया कि उनकी ओर से कनीना विकास खंड के सभी गावों से पानी के नमूने लैब में जांच के लिए भेजे जाते हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिमाह करीब 190 बैक्टोलाॅजीकल तथा छह माह में केमिकल सैंपल लिए जाते हैं। विभाग आमजन को स्वच्छ एवं पोषक तत्वों से भरपूर पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है।
फोटो कैप्शन-केएनए 18
कनीना-पीपी साइज फोटो पवन कुमार कनिष्ठ अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग।
