नूंह के गाँव आकेडा स्थित पशुपालन अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही का आरोप, मुख्यमंत्री से की गई शिकायत।
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह जिले के गाँव आकेडा स्थित पशुपालन अस्पताल में तैनात स्टाफ की कथित लापरवाही को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। इस संबंध में गाँव आकेडा निवासी खुर्शीद अहमद पुत्र इब्राहीम ने पत्र के माध्यम से हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को शिकायत भेजकर कार्रवाई की मांग की है।
शिकायत पत्र में खुर्शीद अहमद ने बताया कि गाँव आकेडा में सरकार द्वारा पशुपालन अस्पताल स्थापित किया गया है, जिसमें एक पशु चिकित्सक , एक वीएलडी और एक सांड सेवक सहित कुल तीन कर्मचारियों का स्टाफ तैनात है। लेकिन हकीकत यह है कि डॉक्टर और वीएलडी महीनों तक अस्पताल में नहीं आते, जबकि सांड सेवक भी कभी-कभार ही अस्पताल पहुंचता है।
ग्रामीणों का आरोप है कि स्टाफ की इस लापरवाही के कारण पशुपालन अस्पताल केवल कागजों तक सीमित होकर रह गया है। जब भी किसी किसान का पशु बीमार होता है, तो उन्हें मजबूरी में निजी नीम हकीमों से इलाज कराना पड़ता है। इसके बदले किसानों से मनमानी रकम वसूली जाती है, जिससे आर्थिक रूप से पहले से परेशान किसानों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि पशुपालन अस्पताल में तैनात स्टाफ की निष्पक्ष जांच कराई जाए और यदि लापरवाही सही पाई जाती है तो दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि ग्रामीणों को सरकारी पशु चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिल सके।
ग्रामीणों को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इस गंभीर मामले का संज्ञान लेकर उचित कदम उठाएंगे, जिससे गाँव आकेडा सहित आसपास के क्षेत्रों के पशुपालकों को राहत मिल सके।
