बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए नूंह में होगा जिला स्तरीय बाल दिवस प्रतियोगिता – 2025 का आयोजन

-14 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक बाल भवन कम्युनिटी सेंटर, नूंह में होंगे विविध सांस्कृतिक व शैक्षिक कार्यक्रम
– बच्चों की प्रतिभा को मंच प्रदान करने और उनमें आत्मविश्वास विकसित करने के उद्देश्य से करवाई जा रही हैं प्रतियोगिताएं : अखिल पिलानी
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के दिशा-निर्देशानुसार, जिला नूंह में बाल दिवस 2025 को भव्य रूप से मनाने के लिए 14 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2025 तक जिला स्तरीय बाल दिवस प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इन प्रतियोगिताओं का आयोजन बाल भवन कम्युनिटी सेंटर, नूंह (बस स्टैंड परिसर में) किया जाएगा।
उपायुक्त अखिल पिलानी ने बताया कि बच्चों की प्रतिभा को मंच प्रदान करने और उनमें आत्मविश्वास विकसित करने के उद्देश्य से इन प्रतियोगिताओं को चार समूहों में विभाजित किया गया है जिनमें पहला समूह – 5वीं कक्षा तक, दूसरा समूह – 6वीं से 8वीं कक्षा तक ,तीसरा समूह – 9वीं व 10वीं कक्षा तक,चौथा समूह – 11वीं व 12वीं कक्षा तक का होगा। प्रतियोगिताओं में ग्रुप डांस, सोलो डांस, शास्त्रीय नृत्य, सोलो सॉन्ग, क्विज़, देशभक्ति समूह गीत और वन एक्ट प्ले/थिएटर प्ले शामिल रहेंगे।
उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर विजेता रहने वाली प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त टीमों/प्रतिभागियों को डिवीजन स्तरीय प्रतियोगिताओं में अवसर मिलेगा। इसके बाद चयनित टीमें राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेंगी।
जिला स्तर पर विजेता बच्चों को सम्मानित करने के लिए 14 नवम्बर 2025 को बाल भवन कम्युनिटी सेंटर, नूंह में जिला स्तरीय बाल दिवस सह पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्कूल से किसी भी समूह और प्रतियोगिता में केवल एक टीम ही भाग ले सकेगी। सभी स्कूलों को अपने प्रतिभागियों की सूची निर्धारित प्रपत्र में भरकर, विद्यालय प्रधानाचार्य/हेड द्वारा हस्ताक्षरित करके 10 अक्टूबर 2025 दोपहर 3:00 बजे तक जिला बाल कल्याण परिषद, नूंह को भेजनी होगी। स्कूल मुखिया से हस्ताक्षर युक्त सूची ई-मेल
(dcwomewat@gmail.com) के माध्यम से भेजी जा सकती है।
उपायुक्त अखिल पिलानी ने जिले के सभी विद्यालयों से अपील की है कि वे बच्चों को अधिक से अधिक संख्या में इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें, ताकि बच्चों की छुपी हुई प्रतिभा सामने आ सके और वे आगे चलकर समाज व राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकें।