डिंगरहेड़ी कांड के दोषियों को विशेष सीबीआई कोर्ट द्वारा फांसी की सजा
City24news/अनिल मोहनियां
नूंह | माकपा राज्य सचिव सुरेंद्र सिंह ने कहा कि नूंह जिला के डिंगरहेडी में 24 अगस्त 2016 को हुए बर्बर सामूहिक बलात्कार व हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। हालांकि उस समय के मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर ने इसे छोटी-मोटी घटना बताया था। मुख्यमंत्री या भाजपा सरकार के अन्य किसी भी मंत्री ने पीड़ित परिवार से मिलना तो दूर संवेदना के दो शब्द भी नहीं कहे। आरोपियों को बचाने के लिए जातिय पंचायतें भी की गईं। पीड़ित परिवार ने कई तरह के दबाव और उत्पीड़न झेले। परन्तु उन्होंने डटकर न्याय के लिए लड़ाई लड़ी और अन्ततः साढ़े सात बाद विशेष सीबीआई कोर्ट ने 4 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है।
माकपा इस मामले में शुरू से पीड़ित परिवार के साथ खड़ी रही। उस समय माकपा सांसद पी. करूणाकरन, बदरूद्दीन खान, पूर्व सांसद निलोत्पल तथा राज्य के नेता डिंगरहेडी में परिवार से मिलने पहुंचे थे और इस मामले को सड़क से लेकर संसद तक उठाया। दोषियों को सजा होना स्वागत योग्य है परंतु पीड़ित परिवार का पुनर्वास सुनिश्चित होना बाकी है।
माकपा यह भी मांग करती है कि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी दी जाए।