उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने किया तावडू अनाज मंडी का दौरा
City24news@अनिल मोहनियां
नूंह | उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने शनिवार को नई अनाज मंडी, तावडू का औचक निरिक्षण किया तथा रबी फसलों के खरीद संबंधी प्रबंधों का निरीक्षण किया, उनके साथ उपमण्डल अधिकारी (ना.), तावडू संजीव कुमार तथा विरेन्द्र कुण्डु, सचिव एवं कार्यकारी अधिकारी, मार्केट कमेटी, तावडू, मनजीत कुमार, मैनेजर एच.डब्लू.सी, सभी आढती, संजय गोयल, सुभाष, पवन कुमार भी साथ मौजूद रहे। उपायुक्त ने निरीक्षण के दौरान सबसे पहले गेट पास व डाटा ऑपरेटर रूम का निरिक्षण किया, जहां पर गेट पास का कार्य सुचारू रूप से चलता पाया गया। उन्होंने पाया कि अनाज मंडी के सभी कार्य सचारू रूप से चल रहे थे और गेंहू व सरसो की बोली भी समय पर चल रही थी। अनाज मण्डी के अन्दर साफ-सफाई, पीने के पानी की व्यवस्था आदि ठीक पाई गई। बारिश के मौसम को देखते हुये आढ़तियों के द्वारा फसल को तिरपाल से ढक रखा था। मण्डी में आवक व खरीद सुचारू से चल रही है। उपायुक्त द्वारा सरसो व गेंहू के उठान के बारे में डीएम व संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंडियों से फसलों का उठान कार्य में तेजी लाई जाए। इसके लिये गाड़ियों की संख्या बढ़ा दी जाए ताकि किसानों को मंडियों में फसल लाने व बेचने में कोई परेशानी ना हो।उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने शनिवार को नई अनाज मंडी, तावडू का औचक निरिक्षण किया तथा रबी फसलों के खरीद संबंधी प्रबंधों का निरीक्षण किया, उनके साथ उपमण्डल अधिकारी (ना.), तावडू संजीव कुमार तथा विरेन्द्र कुण्डु, सचिव एवं कार्यकारी अधिकारी, मार्केट कमेटी, तावडू, मनजीत कुमार, मैनेजर एच.डब्लू.सी, सभी आढती, संजय गोयल, सुभाष, पवन कुमार भी साथ मौजूद रहे। उपायुक्त ने निरीक्षण के दौरान सबसे पहले गेट पास व डाटा ऑपरेटर रूम का निरिक्षण किया, जहां पर गेट पास का कार्य सुचारू रूप से चलता पाया गया। उन्होंने पाया कि अनाज मंडी के सभी कार्य सचारू रूप से चल रहे थे और गेंहू व सरसो की बोली भी समय पर चल रही थी। अनाज मण्डी के अन्दर साफ-सफाई, पीने के पानी की व्यवस्था आदि ठीक पाई गई। बारिश के मौसम को देखते हुये आढ़तियों के द्वारा फसल को तिरपाल से ढक रखा था। मण्डी में आवक व खरीद सुचारू से चल रही है। उपायुक्त द्वारा सरसो व गेंहू के उठान के बारे में डीएम व संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंडियों से फसलों का उठान कार्य में तेजी लाई जाए। इसके लिये गाड़ियों की संख्या बढ़ा दी जाए ताकि किसानों को मंडियों में फसल लाने व बेचने में कोई परेशानी ना हो।