प्रदेश सरकार के किसानों पर दमन के खिलाफ प्रदर्शन
City24news@हेमलता
पलवल | संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को जिले के किसानों ने प्रदेश सरकार द्वारा किसानों पर दमन करने, रास्ते खुलवाने और लंबित मुद्दों का समाधान कराने के लिए विधायक के निवास पर प्रदर्शन कर सीएम के नाम ज्ञापन सौपा। प्रदर्शन का नेतृत्व मास्टर महेंद्र सिंह चौहान, ताराचंद प्रधान, धर्मचंद, बीधूसिंह, रुप राम तेवतिया व रमेशचंद सौरोत ने किया। किसान नेताओं ने कहा कि 22 फरवरी संयुक्त किसान मोर्चा की होने वाली राष्ट्रीय बैठक में आंदोलन की जो भी घोषणा की जाएगी उसमें जिले के किसान बढ़चढ़ कर हिस्ला लेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी संगठनों से आंदोलन को मजबूत करने के लिए एकजुट होने की अपील की।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए किसान नेता मास्टर महेंद्र सिंह चौहान ने किसानों की मांग व मुद्दों को लेकर चल रहे आंदोलन में गिरफ्तार किए गए किसानों को तुरंत रिहा करने की मांग की। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान लंबित मुद्दों पर संयुक्त किसान मोर्चा का आंदोलन जारी है, केंद्र सरकार ने देश के किसानों से सभी फसलों को सी 2+50 प्रतिशत खरीदने, बिजली कानून रद्द करने, किसान व मजदूरों की कर्जा मुक्ति एवं लखीमपुर खीरी के शहीद किसानों को न्याय देने जैसी अन्य कई मांगों को मानने का वायदा किया था। जिनके ऊपर सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात किया है। इसलिए किसान मोर्चे ने राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर अपने आंदोलन को जारी रखा है। हरियाणा में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा प्रदेश सरकार द्वारा रास्ता रोके जाने, किसानों पर मुकदमें बनाने, अश्रु गैस के गोले छोडऩे, इंटरनेट पर पाबंदी लगाने और हर प्रकार की दमनात्मक कार्यवाहियों की कड़ी निन्दा की गई है। किसान नेता धर्मचंद ने कहा कि मोर्चा इस संघर्ष को मजबूत करने के लिए सभी किसान संगठनों, ट्रेड यूनियनों तथा सामाजिक संगठनों को एकजुट करने का प्रयास भी करेगा। किसानों के मुद्दों को लेकर ही प्रदेश भर में भाजपा की किसानों पर की गई इन दमनात्मक कार्यवाहियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए भाजपा विधायक दीपक मंगला के प्रतिनिधि को मांगों का ज्ञापन सौंपा गया।
प्रदर्शन को संबोधित करने वालों में मुख्य रुप से किसान नेता समयराम सिंह कुंडू, अर्जुन सिंह कुंडू, भीम सिंह, हुकम सिंह चौहान, मास्टर पद्म सिंह, अजीत सिंह, भागीरथ बेनीवाल, डॉ. रघुवीर सिंह, ठाकुर लाल आर्य, करन सिंह, करतार सिंह, राहुल तंवर, मूलचन्द बडगुर्जर, अमीर अहमद, राजकुमार ओलियान, राजेंद्र सिंह, रणजीत सिंह व हरी सिंह सहित काफी संख्या में किसान व मजदूर मौजूद थे।