केंद्रीय शिक्षा मंत्री से इस्तीफा मांगा, नीट परीक्षा दोबारा कराने की मांग
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह| देश में नीट एग्जाम के बाद यूजीसी नेट मामला भी रफ्तार पकड़ लिया है। पहले से ही नीट पेपर लीक मामले को लेकर देश के छात्रों में आक्रोश का माहौल था। जिसके बाद यूजीसी-नेट परीक्षा लेने के एक दिन बाद एग्जाम कैंसल करने की वजह से छात्रों का पारा और भी ज्यादा हाई हो गया है। एनएसयूई की नूंह में एनएसयूआई से जुड़े छात्रों ने इस मामले को लेकर बीजेपी सरकार के छात्र नेता अफाक ने बताया कि इससे छात्रों का भविष्य खतरे में है लगातार पेपर लीक हो रहे हैं। आफ़ाक ख़ान ने नीट मुद्दे को उठाते हुए कहा कि एनएसयूआई संगठन छात्रों के साथ खड़ी है। हम उनके अधिकारों की लड़ाई सड़कों पर लड़ेंगे। उन्हें न्याय दिलाएंगे। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि परीक्षा में तकनीकी गड़बड़ी हुई और अनुचित साधनों का प्रयोग किया गया। भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात व हरियाणा में नीट परीक्षा में गड़बड़ी सामने आ रही है। जिससे पूरी परीक्षा ही आशंका से घिर गई है। आए दिन पर्चा लीक होने की घटनाएं हो रही हैं। भाजपा की जहां सरकारे हैं वहां पर घटनाएं हो रही हैं। आफ़ाक ख़ान एनएसयूआई जिला अध्यक्ष ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से इस्तीफा मांगते हुए नीट परीक्षा दोबारा कराने की मांग की। नीट की परीक्षा में पेपर लीक का मामला सामने आता है, फिर नेट की परीक्षा रद्द हो जाती है। यह सरकार नौजवानों के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों एवं केन्द्र सरकार के पेपरों, आर्मी एवं ज्युडिशियरी समेत 50 से ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं। पेपर लीक के अंतरराज्यीय गिरोह सक्रिय हो गए हैं, जो चिंता का विषय है। आफ़ाक ख़ान कहा कि पेपर लीक में बीजेपी सरकार ने रिकॉर्ड बना दिया है जिससे सालों से मेहनत कर डॉक्टर बनने का ख्वाब देख रहे छात्रों को गहरा आघात लगा है, उनका आत्मविश्वास हिल गया है। लेकिन मौजूदा बीजेपी सरकार इसे रोकने में पूर्ण रूप से विफल साबित हो चुकी है। इस दौरान जैद जुम्मा सालाहेड़ी, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष अफाक सालाहेड़ी, फैशल अज्ज़ी गुल्फान आसिफ मुस्तुफ़ा मोसीम अनीस आदि छात्र मौजूद थे।