साइबर पुलिस ने साइबर अपराध के 11 मुकदमों में 23 आरोपी किए गिरफ्तार, 284 शिकायतों का किया निस्तारण
City24news/ब्यूरो
फरीदाबाद | पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश नरवाल IPS, के दिशा निर्देशन, पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध उषा के मार्गदर्शन व एसीपी साइबर क्राइम अभिमन्यु के नेतृत्व फरीदाबाद के साइबर थाना की टीमों ने कार्रवाई करते हुए 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुष्पवक्ता ने बतलाया कि गिरफ्तार आरोपियों में अनुज, प्रताप, राहुल निवासी अलीगढ उत्तरप्रदेश, संजीव कुमार उर्फ टिट्टू निवासी मेरठ उत्तरप्रदेश, कृष्ण कुमार निवासी समयपुर बादली नोर्थ वेस्ट दिल्ली, अंशु निवासी कांसीराम कालोनी पनकी कानपुर उत्तरप्रदेश, गोविन्द कुमार उर्फ शिवम निवासी हरदोई उत्तरप्रदेश, प्रदीप पाल निवासी कानपुर उत्तरप्रदेश, मोहम्मद मुद्दसर रशीद निवासी पटकापुर कानपुर उत्तरप्रदेश, गौरव तिवारी उर्फ रवि निवासी गांव हिनोती जिला मैहर, सतना मध्यप्रदेश, गुरदीप सिमरन सिंह निवासी तिरूपति कालोनी नजदीक बैंक कालोनी , इटारसी, जिला हौसंगाबाद मध्यप्रदेश, अमीन खान पठान निवासी फतेहनगर उदयपुर राजस्थान, शोएब खान, संदीप पंवार, मुकुल गोस्वामी निवासी सिटी कोतवाली चित्तौड़गढ़ राजस्थान, सुमेर निवासी डींग मंडी सिरसा, अजय कुमार निवासी गांव गडिया शीलप जिला एटा उत्तरप्रदेश, शुभम कुमार, रमेश कुमार निवासी जिला सीकर राजस्थान, ओम प्रकाश निवासी सारण फरीदाबाद, भविष्य यादव मेहन्द्रगढ, हिमांशु, यश, अरस खान निवासी दिल्ली का नाम शामिल है।
उन्होंने अधिक जानकारी देते बताया कि 11 मुकदमों को सुलझाते हुए 23 आरोपीयों को गिरफ्तार किया है। जिसमें साइबर थाना NIT ने 04, साइबर थाना सेंट्रल ने 04 और साइबर थाना बल्लबगढ़ ने 03 मामले सुलझाए हैं। मामलों में 7500/- रुपये बरामद किए गए हैं, साथ ही 284 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 298513/- रुपए बैंक खातों में सीज कराए गए हैं।
कस्टमर केयर फ्रॉड-
आजकल साइबर अपराधी गूगल सर्च इंजन की वेबसाइटों पर अपना प्राइवेट मोबाइल नंबर अपडेट कर देते हैं और जब कोई व्यक्ति गूगल पर सर्च करके नंबर को देखा है और उस नंबर पर संपर्क करता है तो वह फोन साइबर अपराधियों के पास जाता है और वह अपने आप को उस कंपनी का कस्टमर केयर अधिकारी बताता हैं जिस कंपनी के लिए वह व्यक्ति गूगल पर सर्च कर रहा था। साइबर अपराधी कस्टमर केयर के फर्जी अधिकारी बनकर बात करते हैं और निजी जानकारी प्राप्त कर लेते हैं और फिर साइबर ठगी को अंजाम देते हैं। आमजन से अनुरोध है कि जब भी आप किसी कंपनी के कस्टमर केयर का नंबर खोज रहे हैं तो आप कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर ही सर्च करें और इस प्रकार के किसी भी साइबर फ्रॉड का शिकार होने से बचें।
शेयर मार्किट इंवेस्मेंट फ्रॉड-
साइबर अपराधी सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से लोगों से संपर्क करते हैं और आमजन को शेयर मार्केट में पैसे लगाकर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देते हैं। पैसों के लालच में व्यक्ति उनकी बातों में आ जाता है और इसके बाद साइबर अपराधी इनसे शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करवाते हैं। साइबर अपराधी पहले छोटी-छोटी राशि निवेश करवाते हैं और उसपर थोड़ा बहुत मुनाफा देते हैं जिससे उसे व्यक्ति को विश्वास हो जाता है कि यह है एक अच्छा इन्वेस्टमेंट प्लान है। इसके पश्चात साइबर अपराधी उससे और ज्यादा पैसे लगाने के लिए कहते हैं और आप अपनी सारी धनराशि इन साइबर अपराधियों द्वारा बताए गए तरीके से इन्वेस्ट करते हैं और जैसे ही साइबर अपराधियों तक पैसा पहुंचता है तो वह अपना नंबर बंद करके फरार हो जाते हैं और आप साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं। यदि आपके पास भी इस प्रकार का कोई मैसेज या फोन आता है और शेयर मार्केट में निवेश करके ज्यादा पैसे कमाने का लालच देता है तो वह साइबर अपराधी हो सकता है और आपको आर्थिक नुकसान पहुंचा सकता है। कहीं भी पैसे इन्वेस्ट करने से पहले अच्छे से जांच कर ले कि कहीं आप किसी साइबर अपराध का शिकार तो नहीं हो रहे हैं।
साइबर फॉड से बचाव-
• ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले साइबर अपराधी किसी बैंकिंग वेबसाइट की हूबहू डुप्लीकेट वेबसाइट बनाते हैं। जिसपर आरबीआई की सभी शर्त व गाइडलाइन भी दर्शाते हैं।
• साइबर फ्रॉड के बचाव- बचाव में अगर आपके पास किसी अनजान नम्बर से किसी ऑफर व किसी प्रकार का लाभ देने के संबंध में कॉल आए तो सरकारी नम्बर से जानकारी ले और अपनी गोपनीय जानकारी जैसे बैक खाते,पैनकार्ड, आधार कार्ड, की गोपनीय जानकारी ना दे।
• यदि कोई व्यक्ति आपको फोन या मैसेज करके कम समय में ज्यादा पैसे कमाने का लालच देता है तो समझ जाए कि वह साइबर ठग है
• लॉटरी या गिफ्ट बांटने वाली कंपनी या वेबसाइट को खोलकर ना देखें
• जो ऐप्स प्रीपेमेंट फीस, प्रोसेसिंग फीस या प्री क्लोजर फीस ज्यादा मांगे उनके इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए
• अनवेरिफाइड ऑनलाइन बैंकिंग ऐप्स जो उधार देते हों उनसे बचना चाहिए. ऐसे फ्रॉड ऐप आपसे आपकी गोपनीय जानकारियां जैसे बैंक खाते संबंधित डीटेल्स, क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी, पिन कार्ड या एड्रेस मांगते हैं।
– पॉर्न साइट पर सर्फिंग न करें, केवल सेफ वेबसाइट को ही खोलें
– जिन वेबसाइट के यूआरएल से पहले ताला बना होता है उन साइट पर जाएं
– लाल रंग से ताले के निशान कटे होने वाली वेबसाइट को खोलने से बचें
– फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले उसकी पूरी तरह से जांच कर लें