सभी खंडों में धूमधाम से मनाया गया कल्चरल फेस्ट

-छात्राओं ने दिखाई हरियाणवी संस्कृति की झलक, विद्यार्थी झूमे लोक धुनों पर
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | हरियाणा शिक्षा विभाग, पंचकूला के दिशा-निर्देशानुसार जिले के सभी पांच खंडों में कल्चरल फेस्ट का आयोजन बड़े उत्साह और पारंपरिक धूमधाम के साथ किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में हरियाणवी धरोहर, संस्कृति, नैतिक मूल्यों एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा क्षेत्रीय कला को प्रोत्साहित करना रहा।
नूंह खंड में यह कार्यक्रम राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, नूंह-2 में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि डिप्टी डीईओ सगीर अहमद तथा विशिष्ट अतिथि एवं कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. कुसुम मलिक रहीं। उन्होंने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता खंड शिक्षा अधिकारी शिवकुमार ने की।
डॉ. कुसुम मलिक ने बताया कि कल्चरल फेस्ट में कुल चार प्रमुख प्रतियोगिताओं — हरियाणवी संस्कृति पर आधारित सामूहिक नृत्य, सोलो नृत्य, रागिनी और पर्यावरण संरक्षण पर आधारित स्किट — का आयोजन किया गया। प्रत्येक विद्यालय से प्रथम स्थान प्राप्त विद्यार्थी खंड स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। प्रतियोगिता दो समूहों में आयोजित की जाती है — कक्षा 5 से 8 तक और कक्षा 9 से 12 तक।
प्रतियोगिता में विजेताओं को आकर्षक नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। सामूहिक कार्यक्रम में प्रथम स्थान प्राप्त टीम को 3000 रुपए, द्वितीय को 2500 रुपए, तृतीय को 2000 रुपए और सांत्वना पुरस्कार के रूप में 800 रुपए दिए गए। सोलो कार्यक्रम में प्रथम को 2000 रुपए, द्वितीय को 1500 रुपए, तृतीय को 1000 रुपए तथा सांत्वना पुरस्कार 800 रुपए प्रदान किए गए।
खंड शिक्षा अधिकारी शिवकुमार ने बताया कि नूंह खंड में लगभग 400 विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक भाग लिया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में संस्कृति, आत्मविश्वास और टीम भावना को प्रोत्साहित करते हैं।
नूंह खंड के सांस्कृतिक उत्सव के नोडल अधिकारी अब्दुल वारिस ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। निर्णायक मंडल में माया वर्मा, सविता, कमलेश, मंजू, अनुबाला और अनीता ने अपनी भूमिका निभाई, जबकि कार्यक्रम के सफल आयोजन में समीरा, रवीना बानो, संगीता, पूजा और कृष्णा ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने पारंपरिक परिधानों में हरियाणवी लोक नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां दीं, जिन पर दर्शक तालियां बजाने को मजबूर हो गए। विद्यालय परिसर दिनभर संगीत, रंग और उमंग से गूंजता रहा।