जमालगढ़ और टीकरी के बीच नियमों को ताक पर रखकर चलाए जा रहे क्रैशर
City24news/अनिल मोहनीया
नूंह| जिले के पुन्हाना उपमंडल के गांव रानौता, जमालगढ़ और टीकरी के बीच नियमों को ताक पर रखकर चलाए जा रहे क्रशर प्लांट ग्रामीणों के लिए जीका जंजाल बने हुए हैं। क्रशर प्लांटों पर नियमानुसार न तो पानी का छिडक़ाव किया जा रहा है और ना पेड़ पौधे तथा टीन शैड़ लगाए गए हैं। मनमानी से चलाए जा रहे क्रशर प्लांटों से उडऩे वाली धूल लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रही है। इससे लोग टीबी, दमा और सांस लेने में परेशानी जैसी बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं। आरोप है कि प्लांट मालिक अधिकारियों से मिले हुए हैं। जिसके कारण इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं हो पा रही है। हालांकि ग्रामीण सीएम विंडो पर कई बार लिखित शिकायत भी दर्ज करा चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद भी क्रशर प्लांट मालिकों ने नियमों में कोई सुधार नहीं किया।
जमालगढ़ निवासी आरिफ, जाबिद, जमील, मुश्ताक, नसरू रिटायर्ड इंस्पेक्टर, भूरू, अरशद वकील, हाजी कल्ली ने बताया कि जमालगढ़, रानौता और टीकरी के बीच करीब 17 क्रशर प्लांट बिना नियमों की पालन करते हुए चलाए जा रहे हैं। नियमानुसार प्लांटों पर पेड़-पौधे, टीन शैड़ और पानी का छिडक़ाव होते रहना चाहिए। जिससे प्लांट चलते समय उडऩे वाली धूल व गरद गुब्बार दूर तक ना जा सके, लेकिन क्रशर प्लांट किसी भी नियम को फॉलो नहीं कर रहे हैं। आरोप है कि जब ग्रामीणों ने प्लांट मालिकों से ज्यादा कहासुनी की तो उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि वह इसकी एवज में ऊपर तक कमीशन देते हैं। करोड़ों का खेल यूं ही थोड़ा चल रहा है। लोगों का कहना है कि क्रशर प्लांटों से उडऩे वाली धूल आबोहवा में जहर घोलने का काम कर रही है।