शीत लहर व पाले से बचने के लिए एडवाइजरी की अनुपालना सुनिश्चित हो- उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा
जिलावासी जरूरी एहतियात बरतें, हर समय गर्म कपड़े पहनें तथा बाहर न सोएं
पशुओं व जीव-जंतुओं का भी रखें ध्यान
नूंह । उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि हरियाणा राज्य राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी शीत लहर व पाले के मद्देनजर एडवाइजरी जारी की है कि जिलावासी ठंड से बचाव करने के लिए पूरी एहतियात बरतें। मीडिया से मौसम की जानकारी लेते रहें और बुजुर्ग व बच्चों का विशेषकर ध्यान रखें। रात्रि के समय बुजुर्गों व बच्चों को बाहर न निकलने दें। अगर आसपास कोई पड़ोसी जो अकेला रहता है, विशेषकर बुजुर्ग, उनका हाल-चाल जरूर पूछते रहें। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि आपातकालीन आपूर्ति आसानी से उपलब्ध रहे। हरसमय गर्म व ऊनी कपड़े जरूर पहनें। सिर को ढ़ककर रखे व गर्म पानी नियमित रुप से लेते रहें।
उपायुक्त ने जिला नूंह के सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि संबंधित विभाग ठंड से बचाव के लिए अपने-अपने विभाग के संबंधित कार्यों व जिम्मेवारियों को पूरा करते रहें तथा अपने अधीनस्थ क्षेत्र में जीव-जंतुओं, पशुओं व लोगों के लिए ठंड से बचने संबंधी व्यवस्था पूर्ण करें। इस मौसम में हर वर्ष रैन बसेरे आदि चालू किए जाते हैं, उनका पहले की स्थिति के अनुरूप संचालन सुनिश्चित करें। कोई भी व्यक्ति चाहे वह बेघर हो या अन्य, खुले में न सोएं। इस उद्देश्य के लिए वरिष्ठ अधिकारी शहरों, कस्बों, खासकर बस स्टैंड, अस्पताल आदि का निरीक्षण करते रहें।
उपायुक्त ने सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं का भी आह्वान किया है कि वे गरीबों और जरूरतमंदों, विशेष रूप से बेघर व्यक्तियों के लिए कंबल, ऊनी कपड़े, जूते, मोजे आदि का प्रबंधन करें। लोगों के साथ-साथ पशुओं का भी ख्याल रखा जाए। शीत लहर के दौरान जिला में फसलों, बागवानी, जंगल, पशुधन, मत्स्य पालन, जल आपूर्ति, बिजली आपूर्ति, परिवहन, पर्यटन, अर्थव्यवस्था और आजीविका भी प्रभावित हो सकती है।
शीत लहर के कारण घरेलू और जंगली जानवरों, पक्षियों, मुर्गियों आदि की मृत्यु होने की संभावना बढ़ जाती है तथा बाहरी श्रमिकों, किसानों और पशुओं के लिए उचित योजना और पर्याप्त आश्रयों से ऐसी स्थितियों से बचा जा सकता है। स्वास्थ्य, पशुपालन, कृषि, बागवानी, विकास एवं पंचायत व राजस्व विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों की एडवाइजरी का अनुसरण अवश्य करें।