आमजन को एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर में जाने से मिली निजात – उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा

– एक ही छत के नीचे नागरिकों की समस्याओं का हो रहा समाधान।
– बृहस्पतिवार को आयोजित समाधान शिविर में प्राप्त हुई 22 शिकायत।
City24news/अनिल मोहनिया
[अनिल मोहनियां]
नूंह |सरकार का मकसद लोगों को न्याय दिलवाना है, इसलिए प्रदेश सरकार द्वारा समाधान शिविर के रूप में यह पहल की गई है इसलिए समाधान शिविर में प्राप्त होने वाली शिकायतों का निपटान अधिकारी प्राथमिकता के आधार पर करना सुनिश्चित करें।
यह निर्देश वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित समाधान शिविर में उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने नागरिकों की शिकायतें सुनने उपरांत उपस्थित अधिकारियों को दिये।
उन्होंने कहा कि सरकार की इस पहल से आम नागरिकों को अब अपनी शिकायतें रखने के लिए एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर में जाने से निजात मिली है और एक ही छत के नीचे नागरिकों की समस्याओं को सुनकर उनका मौके पर ही निदान किया जा रहा है। नागरिकों की शिकायतों का निवारण करना उच्चाधिकारियों का दायित्व है। जिला के नागरिकों से अपील की है कि वे इन समाधान शिविरों में उपस्थित होकर अपनी शिकायतों का समाधान करवा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका व तावड़ू उपमंडल के अधीन आने वाले गांवों के नागरिक अपने क्षेत्र के उपमंडल पर संबंधित एसडीएम की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले समाधान शिविर में अपनी शिकायत रख सकते हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशानुसार जिला व उपमंडल स्तर पर सप्ताह के दो दिन यानी सोमवार व वीरवार को सुबह 10 बजे से 12 बजे तक समाधान शिविर आयोजित कर नागरिकों की शिकायतों का समाधान सुनिश्चित किया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि आयोजित समाधान शिविर में जिला स्तर पर 11, उपमंडल स्तर फिरोजपुर झिरका में 10 तथा पुन्हाना में 1 शिकायत प्राप्त हुई है।
समाधान शिविर के दौरान जल आपूर्ति, पेंशन, भूमि संबंधी विवाद, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं सहित पुलिस विभाग से जुड़ी शिकायतें सामने आई, जिनको धैर्यपूर्वक सुनने के पश्चात उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल निदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समाधान शिविर का मुख्य उद्देश्य जनता और प्रशासन के बीच सीधा संवाद स्थापित करना है, ताकि समस्याओं को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से सुलझाया जा सके। इन शिविर के माध्यम से नागरिकों को अपनी शिकायतों के समाधान के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते बल्कि वे एक ही स्थान पर अधिकारियों से सीधे संवाद कर सकते हैं।